शत्रु बाधा से मुक्ति के लिए ऐसे करे माँ बगलामुखी की पूजा और जाने मंत्र
Maa Baglamukhi Pooja Vidhi , Mantra For Defeat Our Enemy .तंत्र शास्त्र में दस महाविद्याओं में से एक है माँ बगलामुखी | इन्हे पीताम्बरा देवी और स्तंबन की देवी भी कहा जाता है | इनकी पूजा से साधक को शत्रु भय नाश , वाक् शक्ति निपूर्णता , वाद विवाद में विजय प्राप्त होती है | पीले रंग को अत्यंत पसंद करने वाली माँ बगलामुखी की पूजा विधि के बारे में जानते है |
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वैशाख मास की शुक्ल अष्टमी को बगलामुखी जयंती देश भर में धूम धाम से मनाई जाती है | इस दिन माँ का श्रंगार पीले पुष्पों और वस्त्रो से किया जाता है और उन्हें पीले रंग के व्यंजन का भोग लगाया जाता है | इस दिन माता के भक्त पीले रंग के वस्त्र पहनते है और माथे पर पीला तिलक लगाते है |
बगलामुखी माँ की पूजा विधि
सूर्योदय से पूर्व उठकर नहा ले और स्वत्छ पीले वस्त्र धारण कर ले | अपने माथे पर पीले रंग का तिलक लगा ले |
माँ बगलामुखी की आरती धुप , दीप और कपूर से उतारे | इसके बाद माँ बगलामुखी के मंत्रो का जप करे | मंत्र निचे दिए जा रहे है |
पूजा स्थान को शुद्ध जल से साफ़ करे और फिर लकड़ी की चौकी पर पीला वस्त्र बिछाये |
अब माँ की पूजा और व्रत का संकल्प ले , इसके लिए अपने हाथ में पीले रंग में रंगे हुए अक्षत , पीले पुष्प और हल्दी ले |
माँ बगलामुखी के लिए पुरे दिन उपवास रखे | पुरे दिन में एक बार फलाहार करे जिसमे पीले फलो का ही प्रयोग करे |
माँ बगलामुखी सिद्ध मंत्र
ऊँ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्रीं ओम स्वाहा।
मंत्र का अर्थ :- हे माँ बगलामुखी सभी दुष्टों का नाश करने वाली और स्तम्भय की देवी मेरी जिव्हा को अपनी शक्ति देकर मेरे द्वारा मेरे शत्रुओ की बुद्धि का विनाश कर दे .
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