रात 12 बजे मनाते हैं जन्मदिन तो हो जाएं सावधान, बुला रहे हैं दुर्भाग्य को
Kyo Raat Ko 12 Baje Nhi Manaye Birthday . रात 12 बजे हम नए दिन की शुरुआत समझ कर अपनों को सबसे पहले शुभकामनाये देना चाहते है पर आज यह पोस्ट आपको इस समय के पीछे का खौफनाक सच्च से अवगत कराएगी | 12 बजे शुभकामनाएं देने और जन्मदिन मनाने पड़ सकता है आप पर और अपनों पर भारी | अत: किसी तरह के अनिष्ट से बचने के लिए यह पोस्ट जरुर पढ़े |
कब 12 बजे होता है भुतियाँ समय
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि लोग अपना जन्मदिन 12 बजे यानि निशीथ काल ( प्रेत काल ) में मनाते हैं। । निशीथ काल रात्रि को वह समय है जो समान्यत: रात 12 बजे से रात 3 बजे की बीच होता है। शास्त्र के अनुसार यह समय प्रेत आत्माओ और भूतो का माना जाता है |
हम देखते है कि बहुत से लोग आज कल कार को रोड पर लगाकर रात को 12 बजे खुले आसमान और काली रात में चीनी युक्त केक काटते है और एक दुसरे को खिलाते है . रात को 12 बजे मीठा खाने वाला बुरी शक्तियों को आकर्षित करता है . ऐसा करने से हमें बचना चाहिए .
इस समय अवधि में ये अत्यंत सक्रीय होती है और हमारे आस पास अद्रश्य रूप में होती है | इस समय गलत जगह फिरना , मीठा खाना , किसी को शुभकामनाये देना खतरनाक हो सकता है | यह नाराज होकर हम पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है | । साल के कुछ दिनों जैसे दीपावली, नवरात्रि, जन्माष्टमी व शिवरात्रि पर निशीथ काल महानिशीथ काल बन कर शुभ प्रभाव देता है पर बाकी दिन यह बहुत बुरे साबित हो सकते है |
कब देनी चाहिए शुभकामनाये
हिन्दू शास्त्रों के अनुसार नए दिन की शुरुआत हमेशा सूर्योदय के साथ होती है यह ब्रह्म मुहूर्त सबसे अच्छा माना जाता है | इस समय वातावरण में सकारात्मक उर्जा सबसे अधिक और दैवीय शक्तियां जाग्रत होती है | इस समय यदि हम किसी को शुभकामनाये दे तो वो अधिक असर करती है | इसलिए अपनों को खुशियाँ बाँटने के लिए हमेशा इसी समय का प्रयोग करे |
अपने बच्चो के परिवार वालो के और मित्रो को सुबह के समय ही शुभकामनये दे .
सारांश
- क्यों रात को 12 बजे नही मनाना चाहिए अपना जन्म दिन या दुसरे उत्सव . रात 12 बजे के समय को क्यों माना जाता है बुरा आदि . आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी.
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