शनिदेव को लगता है इनसे भय
हम मनुष्यों में शनिदेव का भय है क्योकि यह मनुष्यों के अच्छे बुरे कर्मो का फल देते है | कलियुग में पाप चरम पर है अत: हमारे द्वारा पाप भी अधिक होते है और शनिदेव इसका भुगतान करने आ जाते है | पर ऐसे शनिदेव भी ऐसे दो व्यक्तियों से भय खाते है |
किस किस से डरते है शनिदेव :
धार्मिक शस्त्रों के अनुसार शनिदेव एक तो शिव के ग्यारवे अवतार हनुमानजी से डरते है और दुसरे ऋषि पिप्लाद से | हनुमानजी की तरह ही ऋषि पिप्लाद को भी भगवान शिव का अवतार माना जाता है |
हनुमान जी ने सबक सिखाया था शनि देव को
ऐसा कहते है कि एक बार हनुमान जी श्री राम के कार्य को पूर्ण करने के लिए पूरी तरह लगे हुए थे . शनि देव हनुमान जी को ऐसा करते हुए देख लेते है और शरारतवश हनुमान जी के कार्यो में विध्न डालना शुरू कर देते है .
पहले तो हनुमान जी शनि देव को प्यार से समझा देते है पर शनि देव उनके प्यार की भाषा समझ नही पाते है .
तब हनुमान जी अपनी पूंछ में शनि देव को बांध देते है और इधर उधर उछलने से शनि देव का शरीर काफी चोट ग्रसित हो जाता है . तब से शनि देव समझ जाते है कि हनुमान जी से कभी भी पंगा नही लेना चाहिए .
ऋषि पिप्लाद और शनि देव
ऋषि पिप्लाद के जन्म लेते ही शनिदेव की उनपर दशा पड़ गयी और इसी कारण उन्हें बचपन में ही अनाथ होना पड़ा | यह बात उन्हें जब पता चली तो उन्हें शनिदेव पर अत्यधिक क्रोध आया और उन्होंने प्रतिशोध लेने की भावना से ब्रह्मा जी की पूजा और तपस्या की |
उनकी घोर तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्माजी ने उन्हें वरदान मांगने को कहा | पिप्लाद ने शनि को सबक सिखाने के लिए ब्रह्मदंड मांग लिया और शनिदेव को खोजने लगे | एक पीपल के पेड़ पर उन्हें शनिदेव दिखाई दिए और उन्होंने हाव देखा ना ताव सीधे उन्हें पैर पर हमला कर दिया | इसकी कारण शनि अपंग हो गये | उन्होंने शनि को ही उनकी करनी का दंड दे दिया | इसी कारण शनि आज भी पिप्लाद से भय खाते है |
क्यों नाम पड़ा पिप्लाद : पिप्लाद का जन्म पीपल के वृक्ष के निचे हुआ था और उन्होंने इसी पीपल के पेड़ के निचे ब्रह्माजी की तपस्या की और इसी पीपल के पत्ते भी खाए अत: उनके जीवन पर पीपल के वृक्ष का अधिक प्रभाव रहा है |
क्यों करते है शनिवार के दिन पीपल की पूजा
शनिवार को पीपल की पूजा से मिलता है शनिदोष वालो को आराम : शनिवार शनि और हनुमान जो दोनों का वार है और पीपल का वृक्ष पिप्लाद की याद दिलाता है अत: इस दिन पीपल की पूजा करने से शनि का प्रकोप काम हो जाता है |
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