छतरपुर मंदिर दिल्ली का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल
Chhatarpur Mandir Delhi – Know about this temple
भारत की राजधानी दिल्ली के दक्षिण दिशा में आद्या कात्यायिनी मंदिर स्थित है, जिसका दूसरा नाम छतरपुर मंदिर है । यह दिल्ली का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जहा दर्शन करने दिल्ली के साथ दूर दूर से भक्त आते है | यह अत्यंत सुन्दर और अनुपम वास्तुकला का उदहारण है | भारत में यह दुसरे नंबर पर सबसे बड़ा मंदिर परिसर है | उत्तर भारत में होकर भी मंदिर निर्माण दक्षिण शैली में किया गया है |
मंदिर कहाँ है
इसे भारत का दुसरा सबसे बड़ा मंदिर माना जाता है . यह मंदिर गुंड़गांव-महरौली मार्ग के निकट छतरपुर में स्थित है. नवरात्रि के दिनों में लाखो भक्त लंगर में भोजन प्रसादी लेते है . दिल्ली से आप छतरपुर मेट्रो स्टेशन जा सकते है जिसके पास ही यह मंदिर स्तिथ है .
दिल्ली में माँ झण्डेवाली का सुन्दर मंदिर जाने इतिहास और जरुरी बातें
मंदिर का इतिहास
इस मंदिर का निर्माण दक्षिण भारत के संत बाबा नागपाल के किया गया था . पहले यहा छोटी से कुटिया थी पर अब यह 70 एकड़ में फैला भव्य मंदिर है . अब यह अपनी भव्यता और वास्तुकला के लिए जाना जाता है . यहा माँ कात्यायनी की मुख्य प्रतिमा है जो अपने भक्तो की सुरक्षा के लिए रौद्र रूप धारण कर रखी है . उसने दो हाथो में चंड मुंड के शीश है . यहा हर दिन हजारो भक्त आते है .
झंडे वाली माता का मंदिर दिल्ली से जुड़ी रोचक बातें
मनोकामना पूर्ण करने वाला पेड़
यहा मंदिर परिसर में एक चमत्कारी पेड़ बताया जाता है | यहा आने वाले भक्त इस पेड़ पर रंग बिरंगे धागे और चूड़ियां मन्नत पूरी होने के लिए मांगते है | मान्यता है की यह उनकी मन्नतो को पूर्ण करता है यह स्थान .
छतरपुर कात्यायनी मंदिर का शिलान्यास सन् 1974 में किया गया था जिसकी स्थापना कर्नाटक के संत बाबा नागपाल जी ने की थी। यह मंदिर 70 एकड़ में फैला हुआ है | मंदिर परिसर में धर्मशाला, स्कूल व छोटा अस्पताल सहित आई.आई.टी. का संचालन किया जाता है। यह मंदिर माता के छठे स्वरूप माता कात्यायनी को समर्पित है। इसलिए इसका नाम भी कात्यायनी शक्तिपीठ रखा गया है। लगभग बीस छोटे-बड़े मंदिरों का यह स्थल दिल्ली में दूसरा सबसे बड़ा मंदिर माना जाता है।
छतरपुर मंदिर विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। यह पवित्र स्थल अपनी निर्माण कला के लिए भी विख्यात है। मन्दिर कि निर्माण कला में सफेद संगमरमर द्वारा निर्मित शिल्प कला एवं नक्काशी के बेहतरीन नमूनों को देखा जा सकता है। संगमरमर से बनी जाली देखने में बहुत ही ख़ूबसूरत प्रतीत होती है। मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक विशाल द्वार है जो आने वाले भक्तो के लिए एक रोमांच अनुभव कराता है | मंदिर परिसर में बहुत ही सुन्दर उद्यान लगा हुआ है जिसमे रंग बिरंगे पेड़ पौधे अपनी प्राकृतिक सुन्दरता बिखेरते नजर आते है |
मंदिर परिसर में सभी देवी देवताओ के मंदिर
माँ कात्यायनी के मुख्य मंदिर के साथ इस मंदिर परिसर में भगवान विष्णु , शिव , गणेश , पार्वती , सीता राम जी के भी मंदिर दर्शनार्थ खुले हुए है | नवरात्रि के समय यहा भारी तादाद में श्रद्दालु माँ के दरबार में शीश झुकाने आते है |
Other Similar Posts
पांडवो ने की थी किलकारी भैरव मंदिर दिल्ली की स्थापना
गोल्डन टेम्पल अमृतसर से जुडी कुछ रोचक बाते
Post a Comment