कार्तिक पूर्णिमा के स्नान का महत्व

Kartik Poornima Snan Ka Mahatv आप सभी जानते है भारत की पवित्र धार्मिक नदियों में स्नान का हिन्दू धर्म में अत्यधिक महत्व बताया गया है | पर सबसे ज्यादा महत्व का दिन कार्तिक महीने के पूर्णिमा को माना जाता है | माना जाता है की इस दिन स्नान करने से एक हजार बार किये गए गंगा स्नान का फल प्राप्त होता है |

कार्तिक पूर्णिमा का महत्व


इस दिन वाराणसी काशी में देव दिवाली त्योहार धूम धाम से मनाया जाता है | मान्यता है कि इस दिन गंगा घाट पर देवता मनुष्यों के साथ दिवाली मनाने आते है |

साथ में यह भी मान्यता है कुम्भ में किये गये स्नान का जितना महत्त्व है उतना ही कार्तिक माह की पूर्णिमा को स्नान के बाद फल प्राप्त होता है |

2023 में कार्तिक पूर्णिमा कब है

कार्तिक पूर्णिमा का पवित्र स्नान इस साल 2023 में 27 नवम्बर को है | पूर्णिमा तिथि 26  नवम्बर को 3 बजकर 55 मिनट से आरंभ होगी जो 27 नवम्बर को 2 बज कर 47 मिनट तक रहेगी |

सूर्योदय पूर्व करे स्नान :

यदि आप अधिक से अधिक स्नान द्वारा पुण्य कमाना चाहते है तो स्नान आप सूर्य उदय से पूर्व करे | पवित्र नदियों में स्नान से पूर्व अपने हाथ पैर पहले धो ले फिर आचमन करे और फिर स्नान के समय हाथ में कुशा लेकर स्नान करे |

स्नान करते समय आधा शरीर जल में रहे और भगवान शिव विष्णु का ध्यान करते रहे |

kartik poornima snan ka mahtav

पीपल को जल दे और दीप जलाये

लक्ष्मी जी और त्रिदेवो का वास पीपल के पेड़ में बताया गया है | इस दिन स्नान के बाद पीपल के वृक्ष की पूजा करे और जल चढ़ाये और संध्या को दीपदान करे | इससे धन लक्ष्मी प्रसन्न होती है और सुख सम्पति प्रदान करती है |

घर में कैसे करे कार्तिक पूर्णिमा का स्नान

यदि आप पवित्र नदियों पर नही जा सकते तो आप घर में भी इस स्नान का कुछ लाभ ले सकते है | आप नहाने के पानी में पवित्र जल गंगा का मिला कर स्नान कर ले | इसके बाद भगवान सूर्य को जल से अर्घ्य जरुर दे |

पवित्र स्नान के बाद और क्या अच्छे कर्म करे :

कार्तिक पूर्णिमा के गंगा स्नान के बाद आप फिर भगवान की भक्ति , गरीबो को दान दक्षिणा , हवन, यज्ञ आदि करके पुण्य कमा सकते है | दान में आप अन्न दान , वस्त्र दान और अर्थ दान दे सकते है | इस दिन दिया गया दान आपके बुरे समय में काम आता है |

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सारांश 

  1. तीर्थ स्थलों पर पूर्णिमा का स्नान अत्यंत पावन और पूण्य प्राप्ति का माना जाता है . इसमे सबसे बड़ी पूर्णिमा कार्तिक की मानी गयी है . इस पूर्णिमा को देव दिवाली भी कहते है और खुद देवता धरती पर स्नान करके दिवाली मनाने आते है . आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी. 

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