पितृ आरती हिंदी लिरिक्स – – पितरो की पूजा में जरुर ले काम में
Pitra Dev Aarti in Hindi . श्राद्ध के इन दिनों में पितरों के तर्पण के लिए जहां विधि-विधान से पूजा अर्चना पितरों को संतुष्ट करती है, वहीं यदि आप इन पंद्रह दिनों में नियमित रूप से आरती करें | पितृ परलौकिक शक्तियों को प्रसन्न करती है यह आरती | इसके माध्यम से हम भूतकाल में हुई कोई भूल चुक की क्षमा याचना भी करते है |
जैसे देवी देवताओ की महिमा के लिए आरती होती है वैसे ही पितृ देवी देवता के लिए भी आरती है . इस आरती में पितरो को प्रसन्न करने के लिए सुन्दर शब्द काम में लिए गये है .
पितरो को
स्तुति :
पितृ जी की छोटी सी स्तुति जिसके बाद आपको पितृ जी महाराज की आरती करनी चाहिए .
जय जय जय जय पितृ जी हो थारी
थारी ही शरण पड़ा हा , लाज राखो म्हारी
थे ही म्हारा देवता कृपा बनाई राखियो
हर मावस ने भोग लगार आरती उतारा थारी
जय जय जय जय पितृ जी हो थारी
थारी ही शरण पड़ा हा , लाज राखो म्हारी
पितरो की आरती हिंदी में लिरिक्स
जय जय पितर महाराज, मैं शरण पड़यों हूँ थारी।
शरण पड़यो हूँ थारी बाबा, शरण पड़यो हूँ थारी।।
आप ही रक्षक आप ही दाता, आप ही खेवनहारे।
मैं मूरख हूँ कछु नहिं जाणूं, आप ही हो रखवारे।।
|| जय जय पितर महाराज, मैं शरण पड़यों हूँ थारी ||
आप खड़े हैं हरदम हर घड़ी, करने मेरी रखवारी।
हम सब जन हैं शरण आपकी, है ये अरज गुजारी।।
|| जय जय पितर महाराज, मैं शरण पड़यों हूँ थारी ||
देश और परदेश सब जगह, आप ही करो सहाई।
काम पड़े पर नाम आपको, लगे बहुत सुखदाई।।
|| जय जय पितर महाराज, मैं शरण पड़यों हूँ थारी ||
भक्त सभी हैं शरण आपकी, अपने सहित परिवार।
रक्षा करो आप ही सबकी, रटूँ मैं बारम्बार
|| जय जय पितर महाराज, मैं शरण पड़यों हूँ थारी ||
पितरो की आरती 2
जय श्री पितर जी महाराज , प्रेम से आरती मैं गाऊ
जय श्री पितर जी महाराज , प्रेम से आरती मैं गाऊ
प्रेम से आरती मैं गाऊ , प्रेम से आरती मैं गाऊ
जय श्री पितर जी महाराज , प्रेम से आरती मैं गाऊ
करू तन मन से तेरी सेवा , हे पितृ जी कुल देवा ...2
सदा बनी रहे थारी कृपा , मैं तो मनचाहा फल पाऊं
जय श्री पितर जी महाराज , प्रेम से आरती मैं गाऊ
आप हो पहली शक्ति , बड़ी सरल सुगम तेरी भक्ति....2
थारी पूजा से मिले मुक्ति , करके जीवन सफल बनाऊ
जय श्री पितर जी महाराज , प्रेम से आरती मैं गाऊ
जिस घर हो आपका पूजन , वहां आये नही कोई उलझन....2
थारी झांकी बड़ी मनभावन , मैं तो प्यार से चरण दबाऊ
जय श्री पितर जी महाराज , प्रेम से आरती मैं गाऊ
श्रद्धा से दीप जलाये , थारी कुल रा आरती गावे
माँ सरस्वती जी दया करे , थारी निश दिन महिमा गाऊ
जय श्री पितर जी महाराज , प्रेम से आरती मैं गाऊ
जय श्री पितर जी महाराज , प्रेम से आरती मैं गाऊ
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