पूजा में आचमन का है महत्व , इसके बिना शरीर का शुद्धिकरण नही होता 

Puja Me Aachaman Kya Hota Hai . हिन्दू धर्म में पूजा पाठ से जुड़ी विस्तृत विधि और नियम है जो पुराने समय में ऋषि मुनियों के द्वारा काम में ली जाती है . कालांतर में भी पंडित इन विधियों का प्रयोग करते है . इसमे एक विधि का नाम है आचमन . 

सनातन धर्म में किसी भी शुभ पूजा या कर्मकांड से पूर्व शरीर को आतंरिक और बाहरी रूप से जल के छींटे देकर शुद्ध करने की क्रिया को आचमन कहा जाता है | आचमन के समय जो थोडा सा जल हम ग्रहण करते है वो ह्रदय के पास आज्ञा चक्र तक ही जाता है और उसे शुद्ध करता है जिससे की हमारे विचार ,चित्त और सोच शुद्ध हो जाते है |

आचमन का महत्व क्या है


जैसे शरीर नहाने से बाहरी रूप से शुद्ध होता है वैसे ही आंतरिक  मन , ह्रदय और चक्रों की शुद्धि के आचमन काम में लिया जाता है .  

कैसे किया जाता है आचमन

पूजा से पूर्व व्यक्ति को नहा लेना चाहिए | फिर पूजा स्थल पर आसन पर बैठने से पहले अपने दोनों हाथ और पैर शुद्ध जल से धोकर बैठे | बैठने की विधि या तो सुखासन या सिद्धासन वाली हो |

पूजा में ताम्बे के पवित्र लोटे से मोली बंधी हुई दूर्वा या चम्मच से तीन बार जल हथेली पर लिया जाता है फिर उसे मुंह से ग्रहण करके हाथ धो लिए जाते है | इस विधि से हमारे अन्दर का शुद्धिकरण होता है |


तीन बार जल हमारे आराध्य देव , सभी देवतागण और नवग्रह का ध्यान करके हथेली पर लिया जाता है

इसके बाद जल के छींटे हमारे शरीर पर डालने चाहिए जिसे शरीर का शुद्धिकरण हो |

इसके बाद सिर और दोनों कानो को स्पर्श कर सभी देवी देवताओ को प्रणाम करे और भगवान विष्णु के मंत्र का जाप करे | ॐ केशवाय नम: ॐ लक्ष्मी नाराणाय नम: ॐ माधवाय नम:

तो इस तरह आपने  जाना  आचमन की विधि और इसके फायदे के बारे में . 

आचमन करते समय रखे दिशा का भी ज्ञान

यह शुद्धिकरण करते समय आपका मुंह उत्तर, ईशान या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। इसके अलावा अन्य दिशा की तरफ मुंह होने से आपका आचमन अधुरा ही माना जाता है |

आचमन करने के फायदे 


पूजा पाठ से पहले जल से आचमन करने का अत्यंत महत्व है क्योकि इससे मनुष्य को कई तरह के लाभ प्राप्त होते है .

❀ आचमन करने से शरीर बाहरी और आंतरिक रूप से शुद्ध होता है और चित्त शांत .

❀ जो व्यक्ति पूजा से पूर्व आचमन करता है उसे पूजा पाठ का दुगुना फल प्राप्त होता है . 

❀ आचमन करने से साधक और सर्वेश्वर में एक लिंक बन जाता है जिससे की पूजा पाठ सीधे भगवान तक जाती है .

❀ आचमन करने से पूजा में मन लगा रहता है . 

सारांश 

  1. हिन्दू धर्म में पूजा पाठ से पहले आचमन क्या होता है और यह क्यों किया जाता है . साथ ही आपने जाना कि पूजा पाठ में आचमन करने से क्या फायदा होता है . आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी 

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