प्राकृतिक आपदा क्या होती है 

 WHAT IS NATURAL DISASTERS . प्राकृतिक आपदाए वो होती है जिसका कारण प्रकृति बनती है और जो बहुत ज्यादा जान माल का नुकसान कर देती है . जैसे किसी जगह जगह भूकम्प आ गया और हजारो मकान टूट गये  और हजारो लोग मलबे में मारे गये . सुनामी आ जाना जो की समुन्द्र के गर्भ में आये भूकंप के कारण होता है जिसमे लहरे उछाल मार कर तट पर तबाई ला देती है . 

    जब हम दोषी की तलाश करते है तो उसमे नाम प्रकृति (Nature ) का आता है .  


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    इसी तरह बाढ़ के कारण खेत के खेत , गाँव के गाँव उसकी चपेट में आ जाते है और काफी बड़ा नुकसान होता है .

    आज हम इस आर्टिकल में समझेंगे कि कैसे कुदरत अपना कहर प्राकृतिक आपदाओ (Natural Disasters ) के रूप में हम सभी पर बरसाती है और यह हजारो व्यक्तियों की जान पर बन आती है .

    इस पोस्ट में हम जानेंगे कि प्राकृतिक आपदाए क्या होती है और यह कितने तरह की होती है . 

    अलग अलग तरह की सभी प्राकृतिक आपदाए 

    सुनामी (Tsunami )-

    जब समुन्द्र में भूकंप आता है तो एक पानी में तूफ़ान उठता है उसे ही सुनामी कहते है . यह सुनामी नाम जापान की देन है . जापानी भाषा में सु का अर्थ है समुन्द्र और नामी का अर्थ है लहरे . 

    Tsunami
    Photo :- https://www.dosomething.org

    समुन्द्र में आने वाली यह सुनामी आस पास के इलाके में पानी का तेज बहाव करती है . इन लहरों की गति 400 किमी पर घंटे ही होती है . जबकि लहरों की ऊंचाई की बाते कर तो यह 15 से 20 मीटर तक होती है . 

    सुनामी आने का सबसे बड़ा कारण समुन्द्र में फटने वाला ज्वालामुखी होता है जो समुन्द्र के पानी को बहुत तेजी से धक्का मारता है . 

    आप सार रूप में यह समझ ले की यह बाढ़ का प्रचंड रूप है . 

    2004 में इंडोनेशिया ,  भारत ,श्री लंका  में सुनामी का सबसे प्रचंड रूप दिखाई दिया था जब हिन्द महासागर में एक जवाला मुखी विस्पोट से यह आई थी . यह भारत में ही नही बल्कि दक्षिण पूर्वी एशिया में बहुत तबाही मचाने वाली थी . 

    बाढ़ (Flood )-

    जब तेज मुसलाधार वर्षा हो और उससे पानी का स्तर बहुत बढ़ जाये , नदियाँ उफान मारके लोगो के रहने के क्षेत्र में आ जाए जिससे की पानी से जन धन की बहुत हानि हो तो उसे बाढ़ कहते है . 

    Flood in Villages
    Photo : - Gettyimages

    भारत में बाढ़ आना आम बात है . जब नदियों में बहुत ज्यादा पानी आ जाता है वो उफान मार देती है और यह अतिरिक्त पानी आस पास के इलाको , गाँवों में तबाही ला देता है . 

    यही कारण है कि भारत की एक नदी दामोदर को बंगाल का शोक भी कहा जाता है . यह पहले प्रलयकारी बाढ़ लाती रहती थी जिसमे हजारो लोगो की जान चली जाती थी . 


    बादल का फटना - (Cloud Burst)

    हम सभी जानते है कि वर्षा बादलो के कारण होती है , पर कभी कभी बादल फट जाते है और ऐसे में बहुत सारा पानी एक साथ जमीन पर आ जाता है . इससे बाढ़ आने के अवसर बढ़ जाते है . 

    Cloud Burst

    2013 में केदारनाथ की घटना तो आपको याद ही होगी जहाँ बादल फट गया था और हजारो लोगो की जाने चली गयी थी . तबाही का मंजर देखकर पूरी दुनिया के होश उड़ गये थे . 

    बादल फटने के बाद बाढ़ का आना स्वाभाविक होता है क्योकि अस्मात बहुत पानी एक साथ आ जाता है और ऐसा पानी बाढ़ ला देता है . 

    तूफ़ान - Storm

    जब बहुत तेज हवाए चलती है जिनकी रफ़्तार अत्यधिक होती है तो उसे तूफान कहा जाता है . 

    तूफ़ान में बड़े बड़े पेड़ उखड जाते है , बिजली के खम्बे गिर जाते है जिससे की दुर्घटनाये हो जाती है . गाँवों में कच्चे मकान होते है तो तूफ़ान से लोगो के घर टूट जाते है . ये तूफ़ान 100 किमी से 400 किमी घंटे की रफ़्तार से आते है और सब कुछ तबाह कर जाते है . 


    सुखा (Drought )

    जब कोई क्षेत्र बहुत समय तक (दीर्घकालीन ) वर्षा की कमी को झेलता है , प्राकृतिक पानी की कमी आ जाती है तो उसे सुखा कहा जाता है.  

    Sukhya Drought

    सुखा पड़ने से पानी की समस्या आ जाती है , यदि पानी का बाहरी कोई स्त्रोत ना हो तो सूखे से जूझ रहे क्षेत्र के लोग पानी को तरसने लगते है . साथ ही खेती भी बिना पानी के हो नहीं सकती है . 

    ऐसे में लोग खाने पीने को तरस जाते है . ऐसी जगह पर फिर महंगाई की मार हो जाती है और लोगो का जीवन बहुत कठिन हो जाता है . 

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    हिम्स्खलन (Snow Avalanches)

    जब किसी ऊँचे बर्फ के पर्वत से निचे ढलान पर तेजी से हिम बहने लगती है तो उसे हिम्स्खलन कहा जाता है . इस हिम्स्खलन के बहुत से कारण हो सकते है जैसे बहुत भारी मात्रा में ऊंचाई पर हिम का जम जाना और फिर गुरुत्वाकर्षण के कारण ढलान पर सिरकना. 

    Himmskhalna - Snow Avalanche
    Photo : Jagran

    भूकंप के झटके से भी हिम का ऊपर से निचे ढलान पर खिसकना . क्या आपको पता है ऐसे ही हिम स्खलन के कारण उत्तराखंड के चार धाम में से एक  केदारनाथ मंदिर 400 सालो तक एक ग्लेशियर के निचे दबा रहा था .  

    ज्वालामुखी विस्फोट (Volcanic Eruptions)


    हम सभी जानते है कि पृथ्वी अन्दर से बहुत गर्म है . जब किसी भाग पर यह गर्मी जमीन पर निकलने लगती है तो इसका प्रारूप ज्वालामुखी विस्पोट से ही होता है . 

    इस ज्वालामुखी के रूप में बहुत ही गर्म लावा पृथ्वी के आंतरिक भाग से निकलता है जिसका तापमान 1500 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है . 

    JwalaMukhi

    जब ज्वालामुखी विस्पोट होता है तो कई किलोमीटर तक उसके फूटने की आवाज सुनाई देती है , साथ ही आस के पास के कई किलोमीटर का तापमान बढ़ जाता है . 


    भूस्खलन (Landslides)

    भूमि क्षेत्र का एक स्थान से दुसरे स्थान पर खिसकना भूस्खलन कहलाता है . गुरुत्वाकर्षण बल के कारण कई बार धरती अन्दर की तरफ तेजी से खिसक जाती है और भूस्खलन का कारण बनती है . इससे उस भूमि पर बसे जान माल को भारी नुकसान होता है . 

    Landslide
    Photo :- foxnews.com

    भूस्खलन के मुख्य कारणों में भूकंप या ज्वालामुखी के झटके हो सकते है . 

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    दावानल (Wild Fire)

    जंगल में हजारो लाखो की संख्या में  पेड़ पौधे और जीव जंतु रहते है . यदि जंगल में आग लगती है तो यह बहुत ही विनाशकारी रूप से फैलती है . जंगल में इस आग को भड़काने के लिए कई सूखे पेड़ , घास का रोल होता है . 

    एक बार लगी आग को बुझा पाना बहुत कठिन होता है और यह लगातार बढती रहती है . आप सोच सकते है कि कितने हजारो किलोमीटर में उगे घने पेड़ पौधे और जीव जंतु इसकी चपेट का शिकार बन जाते होंगे . 

    दुनिया के सबसे बड़े अमेज़न जंगल में आग के कारण उसके 10 प्रतिशत से ज्यादा वन नष्ट हो गये है . 


    Dawanal Wild Fire
    Photo :- nationalgeographic.org

    चक्रवात  (Hurricane) 

    इस प्राकृतिक आपदा को चक्रवात (साईक्लोन ) के नाम से जाना जाता है जो मुख्य रूप से गहरे समुन्दरो और महासागरों में आते है . ये बहुत ही तेज घुमती हुई हवाए जो पानी में भी गोलाकार चक्र बना देती है . इसमे साथ ही तेज वर्षा होती है और यदि इनकी स्पीड की बात करे तो यह 20 से 40 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से आगे बढती है . 

    चक्रवात तब बनते है जब तेज धुप के कारण समुन्द्रो का पानी ऊपर उठकर सघन बादल बनाते है और निचे की तरह कम वायु दाब का क्षेत्र बन जाता है . इस कम दवाब के क्षेत्र को भरने के लिए तेजी से दूसरी हवा आती है और इस बीच चक्रवात का निर्माण होता है . 

    भारत में कई बार चक्रवातो ने तबाई लाई है जिसमे मुख्य नुकसान ओड़िसा , महाराष्ट , गुजरात , तमिलनाडू और केरला में देखने को मिलता है . 


    Conclusion (निष्कर्ष )

    दोस्तों इस आर्टिकल में आपने जाना प्राकृतिक आपदाए क्या होती है , इसके कौनसे प्रकार है और यह कैसे लोगो के जीवन पर संकट ला देती है या लोगो का जीवन तक उजाड़ देती है . 

    प्राकृतिक आपदाओ के क्या कारण होते है . 

    आशा करता हूँ आपको Natural Disasters से जुड़ी यह पोस्ट ज्ञानवर्धक लगी होगी . 

    यदि इस पोस्ट को लेकर आप कोई सुझाव देना चाहते है तो आप कमेंट के माध्यम से हमें बता सकते है . हमारी पूरी कोशिश रहेगी की हम आपके कमेंट पर सुधार कर सके . 

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