अष्ट चिरंजीवी मंदिर उज्जैन
हिंन्दु शास्त्रों के हिसाब से आज भी इस धरती पर अष्ट चिरंजीवी वास करते है | यह किसी श्राप या किसी वरदान के कारण अमर है और सदियों से जीवन व्यतीत कर रहे है और करते रहेंगे . आज हम इन सभी अष्ट चिरंजिवियो के एक प्रसिद्ध मंदिर के बारे में आपको बताने वाले है जो कि मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन यानी की अवंतिका में बना हुआ है . इसमे सबसे मुख्य है हनुमान जी का मंदिर.
अष्ट चिरंजीवी मंदिर उज्जैन
शिप्रा नदी के किनारे बसी उज्जैन नगरी में पीपलीनाका क्षेत्र में गुमानदेव हनुमान जी के मंदिर में सभी आठ चिरंजीवीयो की प्रतिमा स्थित है | यह पहला एक मात्र मंदिर है जिसमे सभी अमर चिरंजीवी के दर्शन होते है |
ये सभी अष्ट चिरंजीवी मंदिर की एक दिशा में पंक्तिवृद्ध है . सबसे पहले गणेश जी के दर्शन होते है उसके बाद महर्षि वेदव्यास जी , फिर ऐसे ही अन्य सभी के .
मंदिर में ही महाकाल और काल भैरव की विशाल फोटो लगी हुई है .
गुमानदेव जिसका अर्थ है घमंड को दूर करने वाले |
शास्त्रों के अनुसार धरती पर आठ ऐसे लोग अभी भी है जो अजर अमर है जिसमे हनुमान जी , परशुराम जी , अश्वातामा , विभीषण , कृपाचार्य , राजा बलि , वेद व्यास जी , ऋषि मार्कण्डेय आदि है .
यहा के हनुमान कहलाते है गुमानदेव
इस मंदिर में अष्ट धातु से हनुमान जी की प्रतिमा बनी हुई है जिसे गुमानदेव के नाम से जाना जाता है . कहते है उज्जैन के इस मंदिर में गुजरात से गुमानदेव को लाया गया था .
गुमान देव का अर्थ होता है वो देवता जो अहंकार या घमंड का नाश करे .
यहा मंगलवार और शनिवार को बालाजी महाराज के विशेष वार पर विशेष आरती होती है जिसमे लोगो में भरने वाले भूतो का ईलाज किया जाता है . अत: मंगलवार शनिवार को इस मंदिर में भक्तो की अपार भीड़ उमड़ती है .
पढ़े : चिंतामण गणेश मंदिर उज्जैन से जुड़ी जानकारी
गुमानदेव की प्रतिमा है चमत्कारी
इस मंदिर में स्तिथ यह हनुमान जी की प्रतिमा अपने आप में चमत्कार है जिसने अपना रूप बदल लिया . स्थानीय लोग बताते है कि जब इस प्रतिमा को यहा लगाया गया है तब हनुमान जी का रूप (वृद्ध) बुद्धा था पर फिर साल 2004 में इस प्रतिमा ने अपना रूप बदल लिया और अब हनुमान जी के बाल्य रूप के दर्शन भक्तो को होते है .
लोग अब इन्हे बाल्यगुमान (हनुमान जी का बाल्य रूप ) भी कह कर पुकारते है .
सारांश
- तो इस आर्टिकल में आपने जाना उज्जैन के अष्ट चिरंजीवी मंदिर के बारे में . इस मंदिर में मुख्य प्रतिमा हनुमान जी की है जिसे गुमानदेव के नाम से जाना जाता है . मंगलवार और शनिवार की विशेष आरती में भूत प्रेतों को दूर किया जाता है .आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी
Post a Comment