तुलसी जी की पूजा विधि – कैसे करे पूजन
घर में तुलसी जी की पूजा कैसे करे आइये जानते है पूजा विधि | हमारे सनातन धर्म में तुलसी का पौधा एक देवी लक्ष्मी के तुल्य है | यह विष्णु के ही एक रूप भगवान शालिग्राम जी की पत्नी है | यह घर के आँगन में लगी रहती है तो उस घर में सौभाग्य और अन्न धन की कभी कमी नही आती | घर में इसे परिवार का सदस्य मानकर नित्य ध्यान से पूजा और सींचना (जल देना ) चाहिए |
➜ क्यों रविवार के दिन तुलसी जी को सींचना और तोडना नही चाहिए
तुलसी पूजन में काम आने वाली सामग्री
- एक प्लेट
- एक शुद्ध जल का लोटा
- अगरबत्ती या धुप
- देशी घी का एक दीपक
- हल्दी और सिंदूर
तुलसी जी की पूजा कैसे की जाती है ?
सबसे पहले माँ तुलसी जी को नमन करे | यह आपके घर की रक्षक है |
अब लोटे से जल चढ़ाये और मंत्र पढ़े : “महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी , आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।”
इसके बाद उन्हें सिंदूर और हल्दी चढ़ाये | यह उनका श्रंगार है |
अब तुलसी जी की पूजा के लिए घी का दीपक जलाये और शालिग्राम और वृंदा देवी को याद करके उनकी जय जयकार करे |
अब धुप अगरबत्ती जलाये और माँ तुलसी की आरती करे |
अब घर और परिवार के सदस्यों के लिए अच्छे भाग्य की विनती करे |
➜ तुलसी पूजा में नामाष्टक मंत्र से प्रसन्न होती है वृंदा देवी , करती है मंगल
तुलसी जी की पूजन से जुड़े नियम
कुछ बेसिक नियम है जो शास्त्रों में बताये गये है कि तुलसी जी के पौधे की पूजा करते समय किन किन बातो का ध्यान रखना चाहिए .
- रविवार को तुलसी जी को नही तोड़े ना ही जल डाले |
- रोज पूजा करे |
- जब भी तुलसी जी के पत्ते तोड़े पहले ताली बजाये फिर क्षमा मांगे और फिर तोड़े |
- कभी तुलसी जी के पौधे को सूखने ना दे |
- जो भी भोग आप देवी देवताओ के निकालते है उनमे तुलसी दल जरुर रखे |
- गणेश जी और शिव जी की पूजा में तुलसी काम में नही ले |
सारांश
- कैसे करे तुलसी जी के पौधे की पूजा और इससे जुड़े मुख्य नियम क्या है , इसी बात को बताने के लिए हमने यह आर्टिकल लिखा था .आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी
➜ क्यों गणेश जी को तुलसी के पत्ते नही चढाने चाहिए ?
➜ नवग्रहों की शांति के लिए पेड़ो की आराधना कैसे करे
➜ तुलसी जी के पौधे में किन बातो का ध्यान रखना चाहिए
Post a Comment