तुलसी बताती है आने वाली मुसीबत के बारे में
हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा बहूत ही शुभ माना गया है | हर घर के आँगन में तुलसी का पौधा होना चाहिए और सुबह शाम पूजा के समय इनकी पूजा की जानी चाहिए | इन्हे देवी का स्थान प्राप्त है | विज्ञान से देखे तो तुलसी के पत्तो में जीवन दायक गुण भी बहूत होते है | जैसे माँ जीवन प्रदान कर रही हो | इसलिए इन्हे तुलसी माँ भी कहते है
➜ तुलसी जी के पत्ते तोड़ते समय ध्यान रखे जरुरी नियम और बातें
तुलसी का पौधा घर को नकारात्मक ऊर्जा से भी बचाव करता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है |
यह घर की रक्षा तो करती ही है पर हमें किसी संकट के आने से पहले आगाह भी करती है |
तुलसी जी का पौधा कैसे करता है संकेत
कहते है की जिस घर पर संकट ज्यादा ही हो रहे हो या नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा ही आने वाली हो उस घर में सबसे पहले तुलसी जी का पौधा सुख जाता है या दुसरे शब्दों में तुलसी जी वहा से चली जाती है | ऐसा होने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है , घर में सुख शांति नहीं रहती | परिवार के सदस्यों में आपस में नही बनती |
यदि बार बार लगाने पर भी तुलसी जी अच्छे से नही पनप रही तो यह बहूत ही चिंतनीय बात है |
कभी कभी हमारी लापरवाही के कारण भी तुलसी जी सुख जाती है जैसे कि तुलसी जी के पौधे को समय पर पानी नही देना , ज्यादा धुप का होना आदि . लेकिन यदि अच्छे से तुलसी के पौधे का ध्यान रखने पर भी तुलसी जी का पौधा सुख जाता है तो फिर यह किसी अशुभता के संकेत देती है .
देवी देवताओ को अर्पण की जाती है तुलसी जी के पत्ते
माँ तुलसी जी के पत्ते देवी देवताओ को भोग के रूप में अर्पित किये जाते है | घर में जब देवी देवताओ को भोग लगाया जाता है तो उस भोग में तुलसीजी के पत्ते भी डाले जाते है | तुलसी जी विष्णु जी को सबसे ज्यादा प्रिय है | कृष्ण और विष्णु जी के भोग में तुलसी का पता होना बहुत जरुरी होता है .
सारांश
- तो मित्रो आपने जाना कि पूजा पाठ के लिए घर के मंदिर में हमें किन शुभ धातुओ से बने पात्रो और बर्तनों का प्रयोग करना चाहिए और कौनसी धातुओ के पात्र अशुभ माने गये है .आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी
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