कैलाश पर्वत से जुड़ी चौंकाने वाली बाते और फैक्ट्स
Kailash Parvat Se Judi Rochak Jankari Or Facts
हिन्दू धर्म में भगवान शिव का निवास स्थान पुराणों में कैलाश पर्वत को बताया गया है . कहते है है देवो के देव महादेव अपने परिवार सहित इसी स्थान पर बर्फ की वादियों में रहते है . हर साल भारत और दुनिया भर से लोग एक विशेष समय अवधि में इस महा पर्वत की परिक्रमा करने और मानसरोवर झील में स्नान करने आते है .
यह हिन्दू धर्म में बहुत ही महिमावाला पर्वत बताया गया है तो वैज्ञानिक शौध में भी इसे किसी चमत्कार से कम नही माना है .
आज तक बड़े बड़े दिग्गज पर्वतारोही भी इस पर चढ़ाई नही कर पाए है , साथ ही आज तक कोई भी हेलिकॉप्टर और ड्रोन भी इसके ऊपर का नजारा दिखाने में विफल रहे है .
पढ़े :- भारत के धार्मिक और पवित्र 10 पहाड़ कौनसे है
यह पर्वत इसके साथ ही अपने आप में एक रहस्मई पर्वत है .
आज हम इस आर्टिकल (Top Interesting Facts About Mountain Kailash ) के अन्दर इस आश्चर्यजनक कैलाश पर्वत के बारे में 13 ऐसे तथ्यों को जानेंगे जो इसके इसे रहस्मई बनाते है .
1.) तेजी से बढ़ता है समय
ऐसा बताया जाता है कि यहा समय बहुत तेजी से बढ़ता है . साथ ही एक बात आपको हैरान कर देगी कि इस जगह पर मनुष्य के नाख़ून और बाल दूसरी जगह की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ते है . यहा बहुत से वैज्ञानिको ने इस बात की पुष्टि की है पर अभी तक विज्ञान इसके पीछे का रहस्य जानने में विफल रहा है .
एक बार चार लोगो की टोली कैलाश पर्वत पर चढ़ने के लिए चढ़ने लगी . 8 दिन की उनकी यात्रा में के बाद जब वे निचे आये तो उनकी नाख़ून और बाल बहुत बढ़ गये थे . उन्हें देखकर लग रहा था की वे 8 महीने से निचे आये है . उन सभी की हालत खराब थी , उन्हें कोई सुध नही थी .
अस्पताल में भर्ती कराने के बाद भी भी मर गये थे .
2.) काम नही करता मैग्नेटिक कंपास
पुराने समय में मैग्नेटिक कंपास के द्वारा दिशाओ का पता लगाया जाता था . इस Magnetic Compass में लगी हुई सुई हमेशा उत्तर दिशा की तरफ रहती है .
पर आप जान चौंक जायेंगे की कैलाश पर्वत इतना रहस्मई है कि वहा यह Magnetic Compass काम नही करता है .
वैज्ञानिको के अनुसार यह धरती का केंद्र बिंदु है जहा सभी दिशाए आकर मिलती है . इसलिए यहा का चुम्बकीय क्षेत्र कुछ अजीबोगरीब होता है और इसी कारण यहा मैग्नेटिक कंपास सही दिशा नही बता पाता है .
3.) स्वास्तिक का दिखना
जब कैलाश पर्वत पर सूर्य के उदय होने पर जो Sun Rays गिरती है , उससे उस पर्वत पर अपने आप स्वास्तिक का निशान उभर जाता है . हिन्दू धर्म में स्वास्तिक बहुत ही पवित्र देवतुल्य चिन्ह माना जाता है जो शुभ और मंगल करने वाला होता है . यह चिन्ह इस तरह उभरना हिन्दुओ की इस पर्वत पर आस्था को बढाता है .
4.) ॐ से सम्बन्ध
इस कैलाश पर्वत की एक खास बात यह भी है कि यह ऊपर से ॐ की आकृति में दिखाई देता है . साथ ही लोगो का कहना है कि शांत मन से इस पर्वत के पास ध्यान लगाने से उन्हें ॐ की आकृति सुनाई देती है .
इस तरह कैलाश पर्वत इसकी धार्मिक मान्यता को सिद्ध करता है .
साथ ही यहा ऐसी बर्फबारी होती है जिससे इस पवित्र पर्वत पर ॐ का आकार उभर जाता है . ऐसा लगता है जैसे कोई सकारात्मक शक्ति यह ॐ का आकार बना रही हो .
Photo - https://www.travelcharacter.com |
5.) पृथ्वी का केंद्र - Center of Earth
बहुत सारे वैज्ञानिको के रिसर्च से यह भी पता चला है कि यह दिव्य पहाड़ इस पृथ्वी का केंद्र है . धरती के एक तरफ उत्तरी ध्रुव और दूसरी तरफ दक्षिणी ध्रुव है . इन दोनों ध्रुव के बीच में कैलाश पर्वत है .
6.) चार महान नदियाँ का उद्गम स्थल
इस महान पर्वत से 4 मुख्य नदियाँ शुरू होती है जिसमे है ब्रह्मपुत्र, सतलज , घाघरा (कर्णाली ) और सिंध .
Indus River जहा उत्तर से निकलती है और पाकिस्तान में जाती है . यह पाकिस्तान की राष्ट्रीय नदी है . इसे सिन्धु नदी भी कहा जाता है .
Konqui जिसे हम घाघरा या कर्णाली रिवर कहते है यह आगे निचे उतर कर गंगा की सहायक नदी बनी जाती है .
7.) दो विलोम झीले
इस पर्वत के बीच में दो झीले है जो हर मानसरोवर झील और दूसरी राक्षस झील .
जहा मानसरोवर झील सबसे ऊँचे स्थान की सबसे मीठे पानी की झील है वही राक्षस झील सबसे ऊँची खारे पानी की है .
कहते है कि मानसरोवर झील की आकृति सूर्य के समान है जो सकारात्मकता का प्रतीक है जबकि राक्षसताल झील की आकृति चन्द्रमा के समान है जो नकारात्मकता का प्रतिक है .
यह भी हैरान कर देने वाली बात है कि महज थोड़ी सी दूर होने के बाद भी इन दोनों के जल में इतना अंतर कैसे आया .
8.) मानसरोवर झील देव झील
Kailash Parvat Facts in Hindi
हिन्दू पुराणों में बताया गया है कि कैलाश पर्वत के पास ही मानसरोवर झील है जहा देवता आकर स्नान करते है .
यहा कोई व्यक्ति ब्रहम मुहूर्त में स्नान कर ले तो उसके सात जन्मो के पाप नष्ट हो जाते है .
9.) सप्त रोशनी का चमकना
ऐसा भी कहा जाता है कि कैलाश पर्वत के ऊपर कई बार सात अलग अलग रंग की रोशनी चमकते हुए देखी गयी है . वैज्ञानिक इस बारे में बताते है कि ऐसा कैलाश के चुम्बकीय बल के कारण हो सकता है जो आकाश में इस तरह की हैरतअंगेज रोशनी का निर्माण करा देते है .
10.) आज तक कोई चढ़ नही पाया
माउंट एवरेस्ट , K2 जैसी दुनिया की सबसे ऊँची चोटियो पर इन्सान हजारो बार चढ़ चूका है पर आज तक कोई कैलाश पर्वत पर चढ़ नही पाया है .
हालाकि कैलाश पर्वत माउंट एवेरस्ट से 2200 मीटर छोटा है .
इसका कारण है कि यह दिव्य चमत्कारी पर्वत पिरामिड की शेप में है . साथ ही जिस किसी ने इस पर चढ़ने की चेष्टा की है वो इसलिए कामयाब नही हो सका क्योकि उसे दिव्य शक्तियों ने ऐसा करने नही दिया .
वो या तो रास्ता खो देता है या फिर उसे ऐसा आभास होता है कि आगे चढ़ना ठीक नही है .
जो लोग जिद्द के कारण इस पर चढ़ने की कोसिस करे वो अब जिन्दा नही रहे . जो लोग कोशिश करे वे बताते है कि चढ़ाई के बीच में अचानक उनका दिल बहुत तेजी से धडकने लगता है , ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है , आँखों के सामने तेज रोशनी छा जाती है जिससे कुछ नही दिखता और यह सभी संकेत उन्हें रोकने की चेतावनी देते है .
जो इन संकेतो को समझ कर फिर से उतरते है वे बच जाते है और जो जिद्द पर अड़े रहते है वो सलत जाते है .
लोगो का मानना है कि जो इस पर चढ़ना चाहते है वो आधी दुरी पर जाकर ही ऐसी प्रकाश पुंज को देखकर अपनी सुध बुध खो देते है और या तो गिर जाते है या फिर मार्ग से भटक जाते है .
यही कारण है कि बहुत लोगो के असफल होने कारण इस पर चढ़ने पर ही रोक लगा दी गयी है . Kailash Parvat Facts in Hindi में यह 10वी रोचक जानकारी थी .
11.) हिममानव का रहस्य
बहुत से वैज्ञानिको ने बताया है कि उन्हें हिमालय पर्वत पर लम्बे चौड़े हिम मानव के संकेत मिले है जो आम आदमी से डबल साइज़ के है . इनके शरीर पर बड़े बड़े बाल है . पर आज तक उनके बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त नही हो पाई है . यह हिमालय के ऐसे दुर्गम स्थान पर रहते है जहाँ आम आदमी नही जा सकता है .
➜ भारत में बैतूल में भरता है हर साल भूतो का मेला
12.) मानव निर्मित सबसे बड़ा पिरामिड
एक वैज्ञानिक ने तो कैलाश पर्वत को देखकर यह तक कह दिया कि यह पर्वत मिश्र में बने पिरामिड जैसा ही है और इसे भी उस समय पर किसी इंसान की टीम ने ही बनाया है .
आपको बता दे कि दुनिया का सबसे बड़ा पिरामिड EGYPT में GIZA का है जो 146 मीटर का है जबकि कैलाश पर्वत को भी हम एक पिरामिड माने तो यह इससे 45 गुना ज्यादा बड़ा है .
कैलाश पर्वत 6638 मीटर का है .
13.)तो क्या वास्तव में कैलाश पर आज तक कोई नही चढ़ पाया
अब तक आपने इस पोस्ट के माध्यम से जान लिया कि कैलाश पर्वत अभी तक अजेय है . कोई भी व्यक्ति या हेलीकाप्टर इस पर चढ़ने में विफल रहे है .
यहा के स्थानीय लोग बताते है कि कैलाश पर्वत पर वो ही व्यक्ति चढ़ सकता है जिसने कोई पाप नही किया हो , जो बहुत ही धर्मात्मा हो .
इतिहास में एक व्यक्ति का जिक्र आता है जो एकमात्र ऐसा व्यक्ति था जो सफलतापूर्वक कैलाश पर्वत पर चढ़ा था .
तिब्बती लोग इस व्यक्ति का नाम - बौद्ध भिक्षु योगी मिलारेपा बताते है जो 11वीं सदी में इस महान पर्वत पर चढ़ा था .
बता दे बौद्ध भिक्षु योगी मिलारेपा बहुत बड़े विद्वान और ज्ञानी थे . इनके ज्ञान के कारण इनके गुरु भी इनके शिष्य बन गये थे . ऐसी पूण्यआत्मा ने ही कैलाश पर्वत पर चढ़ाई की थी और फिर से आनंद फानन के साथ निचे उतर आये थे . तिब्बत की पौराणिक कथाओ में इसका जिक्र किया गया है .
फोटो - Wikipedia |
हालाकि यह बात कितनी सच्च है , इसका अभी तक कोई ठोस सबुत नही मिला है .
Conclusion (निष्कर्ष )
मित्रो इस पोस्ट ( कैलाश पर्वत से जुड़ी अनोखी और रोचक बाते ) में आपने जाना दुनिया के सबसे रहस्मई पर्वत कैलाश से जुड़ी जानकरी .
कैसे यह पर्वत सिर्फ हिन्दू धर्म के लिए बल्कि पुरे संसार के लिए दिव्य और चमत्कारी है . आज तक इस पर्वत पर कोई व्यक्ति तो क्या कोई वाहन भी चढ़ नही पाया है . जब जब लोगो ने कोशिश की तब तब उन्हें दिव्य शक्तिओ का अहसास हुआ कि उन्हें यह चढ़ाई नही करनी चाहिए .
आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट ( Interesting Facts About Mountain Kailash ) बहुत ज्ञानवर्धक लगी होगी तो इसे ध्यान से पढ़े और दोस्तों के साथ शेयर कीजियेगा .
यदि इस पोस्ट को लेकर आप कोई सुझाव देना चाहते है तो आप कमेंट के माध्यम से हमें बता सकते है . हमारी पूरी कोशिश रहेगी की हम आपके कमेंट पर सुधार कर सके .
➜ भारत में इस रहस्मई पत्थर की कहानी है बड़ी अजीब
➜ भारत की सबसे ज्यादा डरावनी 10 जगहे
Post a Comment