भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर से जुडी रोचक जानकारी
Interesting and Amazing Facts About Peacock and Peahen in Hindi . इस संसार में पक्षियों की 20 हजार से ज्यादा प्रजातियाँ है . सब अपने अपने वातावरण के हिसाब से अलग अलग हिस्सों पर पाई जाती है .मोर जिसे भारत का राष्ट्रीय पक्षी का दर्जा प्राप्त है और अपने साथ बहुत सी रोचक बातें मोर से जुडी हुई है जो आपके ज्ञान को बढ़ा देगी .
इस धरती पर ठन्डे क्षेत्र में रहने वाले पक्षी अलग तो गर्म इलाके में रहने वाले अलग होते है .
इसमे से एक पक्षी बहुत ही सुन्दर और आकर्षक होता है जिसे हम मोर कहते है .
यह भारतीय उपमहादीप और उसके आस पास के देशो में पाए जाते है . मोर का हमारे देश में बहुत ज्यादा महत्व है चाहे आप धर्म के आधार पर देखे या फिर राष्ट्र के आधार पर .
यही कारण है कि भारत में इस पक्षी को राष्ट्रीय पक्षी का दर्जा प्राप्त है . इसके साथ हमारे पडोसी देश म्यांमार में भी मोर को National Bird माना गया है . इसके साथ ही मोर सबसे बड़े पक्षियों में शामिल है जो थोडा बहुत उड़ भी सकते है . अपने भारी शरीर के कारण यह दुसरे पक्षियों की तरह ज्यादा तो उड़ नही सकते पर थोडा बहुत उड़ लेते है .
आज हम इस आर्टिकल में मोर से जुड़ी जरुरी रोचक बाते और तथ्यों को जानेंगे जो बहुत ही कमाल की है .
तो चलिए शुरू करते है - भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर से जुड़े मजेदार तथ्य - 33 Interesting Facts About Peacock.
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मोर मोरनी से जुड़े कमाल के फैक्ट्स
* कहते है वर्षा आने से पहले ही मोर को इसका पता चल जाता है और वो पंख फैलाकर नाचता है .
* मोर को रहने के लिए किसी तरह के घोंसले की जरुरत नही होती है . यह पेड़ पर रहता है . यह अपने अंडे मिट्टी में देता है .
* एक बार में मोरनी 4 से 6 अंडे देती है . अंडे में से बच्चे 30 से 35 दिन के भीतर निकल जाते है . साल में मोरनी दो बार अंडे देती है .
* मोर की लम्बाई उसके पंख सहित 5 फीट तक की होती है .
* मोर शाखाहारी और मांसाहारी दोनों होते है , वे दाना चुगने के साथ साथ छोटे मोटे कीड़ो , चूहों और सांपो को भी खा लेते है . इसलिए इन्हे Omnivorous Category में रखा जाता है .
* वैसे तो मोर उड़ने में सक्षम होते है पर फिर भी अपने वजनी शरीर के कारण ज्यादा देर तक नही उड़ सकते है .
* मोर का जब बच्चा जन्म लेता है तो सिर्फ 100 से 150 ग्राम का होता है , एक वयस्क मोर 4 से 6 किलोग्राम तक का होता है .
* एक स्वस्थ जवान मोर के 150 पंख हो सकते है .
* मोर का नृत्य सबसे सुन्दर होता है . जब यह अपने पंख फैलाकर नाचता है तो इसके पंखो का Combination बहुत ही सुन्दर लगता है जो मन को मोह लेता है . यह डांस वो मोरनी को रिझाने के लिए करता है जिससे की दोनों का सम्बन्ध बन सके .
* मोर के बच्चे जब जन्म लेते है तो उनके पंख नही होते है . यह पंख 3 साल बाद आना शुरू होते है .
* भारत में जब मौर्य साम्राज्य स्थापित था तब चन्द्रगुप्त के समय मोरो को विशेष सम्मान दिया जाता है . उस शासनकाल में सिक्को के ऊपर भी मोर की छवियाँ बनाई जाती थी .
* कहते है भारत की चित्रकला में ज्यादातर सभी राजा मोर की छवियो से अपने महल को सजाया करते थे , यहा तक की दरबार के सिंगासन पर भी मोर की आकृति उभेरी जाती थी .
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कैसे करे मोर और मोरनी की पहचान
क्या आप मोर को देख कर बता सकते है कि वो पुल्लिंग है या स्त्रीलिंग .
मोर के लिंग का पता लगाना आसान होता है , क्योकि नर मोर के सिर पर कलंगी बड़ी होती है , जबकि मादा के सिर की कलंगी छोटी होती है .
साथ ही मोर के पंख बहुत बड़े और सुन्दर होते है जबकि मोरनी के पंख नाम मात्र के होते है . जो मंदिरों में आप मोरपंखी देखते हो वो दरअसल मोर के ही पंख होते है .
मोरनी कैसे गर्भवती होती है ?
आपने कुछ ऐसी बाते सुन रखी होगी कि जब मोरनी मोर के आँखों का आंसू पी लेती है तो वो गर्भवती हो जाती है . पर वैज्ञानिको ने अपने शौध में इस बात को मिथ्या बताया है .
वैज्ञानिको के अनुसार मोरनी वैसे ही गर्भवती होती है जैसे दुसरे पक्षी सहवास करते है . मोरनी का गर्भवती होना मोर के साथ प्राकृतिक सहवास से ही संभव है .
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क्या सफ़ेद मोर होते है ?
जी हां , नीले मोर की तरह सफ़ेद मोर भी होते है . यह सिर्फ रंग में ही अलग होते है बाकी इन सफ़ेद मोर के सभी गुण नीले मोर की तरह ही होते है .
सफ़ेद मोर नीले मोर से ही बने है जब कुछ आनुवंशिक बदलाव हुए हो . ऐसे आनुवंशिक बदलाव में के कारण कुछ मोर के नीले रंग में भारी गिरावट आ गयी और वे सफेद रंग के हो गये है .
भारत में मोर का क्या स्थान है ?
भारत में मोर धार्मिक और राष्ट्रीय दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण पक्षी है . इसके पंख हिन्दू देवता श्री कृष्ण के सिर पर सजते है .
साथ ही भारत में 26 जनवरी , 1963 को मोर को राष्ट्रीय पक्षी घोषित कर दिया गया था .
मोर का साइंटिफिक या वैज्ञानिक नाम क्या है ?
मोर को Pavo Cristatus -पावो क्रिस्टेटस के नाम से जाना जाता है .
मोर की प्रजातियाँ
मोर की विश्व में बहुत सी प्रजातियाँ है जिसमे एक नीला मोर जो भारत में पाया जाता है .
कांगो मोर जो अफ्रीका से संबध रखते है , सफ़ेद मोर जो भी भारत में मिलते है , इसके अलावा हरा मोर और मटमेला मोर भी होता है .
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Conclusion (निष्कर्ष )
मित्रो इस पोस्ट ( मोर से जुड़ी रोचक बाते और तथ्यों ) में हमने आपको भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर के बारे में बहुत ही रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी देने का प्रयास किया है जिससे आप जान सके कि क्यों भारत में मोर का इतना ज्यादा महत्व है .
आशा करता हूँ आपको यह पोस्ट (Top Interesting Facts About Peacock and Peahen) बहुत ज्ञानवर्धक लगी होगी तो इसे ध्यान से पढ़े और दोस्तों के साथ शेयर कीजियेगा .
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