वट वृक्ष बरगद का महत्व और पूजा विधि
Vat Ke Ped Ka Hindu Dharm Me Mahatav . हमारे सनातन धर्म में सभी चीजो को पूजनीय माना गया है , चाहे वो पहाड़ हो या फिर जानवर , पक्षी हो या फिर पेड़ . इन सभी चीजो को पूजने के पीछे हमारे वेद पुराणों में आये संदर्भ है जो इनके महत्व को बताते है .
वैसे तो हिन्दू लोगो के लिए ये 10 पेड़ पूजनीय और धार्मिक है , पर आज हम वट वृक्ष (बरगद के पेड़ ) BanayanTree in Hindi की बात करने वाले है और बताने वाले है इस पेड़ का हिन्दू धर्म में क्या महत्व है .
वट वृक्ष जिसे बरगद का पेड़ भी बोला जाता है | यह बहुत ही विशाल और कई सालो तक जीवित रहने वाला पेड़ है | इसकी शाखाओ से जड़ निकलकर निचे लटकती है |
ब्रह्मा, विष्णु, महेश त्रिदेव है ,उसी तरह वट ,पीपल व नीम तीन महान पेड़ बताया गया है | बरगद को ब्रह्मा जी के समान माना गया है | यही कारण है कि इसे अक्षयवट भी कहते है . इसकी पूजा से अक्षय सौभाग्य , पूण्य और सुखो की प्राप्ति होती है .
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कैसे उत्पन्न हुए वट वृक्ष :
विष्णु की नाभि से कमल उत्पन्न हुआ | उसी समय यक्षों के राजा ‘मणिभद्र’ से वट का वृक्ष उत्पन्न हुआ था। यक्ष से निकट संबंध के कारण ही वटवृक्ष को ‘यक्षवास’, ‘यक्षतरु’, ‘यक्षवारूक’ आदि नामों से भी पुकारा जाता है।
वट वृक्ष पूजनीय है जाने धार्मिक महत्व
हिन्दू धर्म में कई व्रत और त्योहार ऐसे आते है जहा वट के पेड़ की भी पूजा की जाती है | इसमे एक है महिलाओ का अपने पति के लिए पर्व वट सावित्री व्रत | जयेष्ट मास में आने वाले इस व्रत में वट की पूजा द्वारा अच्छे सौभाग्य और संतान सुख की कामना की जाती है |
पुराणों में यह स्पष्ट किया गया है कि वट में भी पीपल की तरह ब्रह्मा, विष्णु व महेश तीनों का वास है। इसके नीचे बैठ कर पूजन, तपस्या , व्रत कथा आदि सुनने से मनोकामना पूरी होती है। वट वृक्ष दीर्घायु और अधिक उम्र देने वाला है । भगवान बुद्ध और बहुत सारे ऋषि मुनियों को इसी वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था।
ज्योतिष में बरगद है एक नक्षत्र
अब यदि ज्योतिष शास्त्र को देखे तो सभी नक्षत्र में से एक नक्षत्र मघा वट वृक्ष ही है | जो व्यक्ति इस नक्षत्र में जन्मे उन्हें अपने घर में वट वृक्ष जरुर लगाना चाहिए |
वट वृक्ष से जुड़े अलग अलग सुख प्राप्ति के उपाय
धन प्राप्ति के लिए : - क्या आप जानते है कि वट वृक्ष से आप अपने जीवन में धन के योग बना सकते है . इसके लिए आप हर संध्या को वट पेड़ के निचे एक घी का दीपक जला कर आये .
लम्बी बीमारी का इलाज :- यदि कोई व्यक्ति लम्बी बीमारी से ग्रस्त है तो इसके लिए भी बरगद का पेड़ दवा का काम कर सकता है . यदि उस बीमार व्यक्ति के तकिये के निचे बरगद के पेड़ की छोटी जड़ रख दी जाए तो उस व्यक्ति को उस बीमारी से आराम मिल सकता है .
मानसिक तनाव को करे दूर :- यदि कोई व्यक्ति मानसिक तनाव से घिरा हुआ है और वो तनाव कम नही हो रहा है तो ऐसे व्यक्ति को सुबह के समय वट वृक्ष के निचे हनुमान चालीसा का 7 बार पाठ करना चाहिए . इससे उसका तनाव कम हो सकता है .
औषधि गुण से भरपूर :- इसके अलावा बरगद के पेड़ में कई औषधीय गुण भी होते है जो नाना प्रकार की बीमारी को दूर करने में सहायक होते है .
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सारांश
- यहा आपने जाना कि वट यानी बरगद के पेड़ का हिन्दू धर्म में क्या महत्व है और इससे जुड़े धार्मिक और पूजा से जुड़े उपाय अपनाकर आप कैसे प्रसन्न हो सकते है . साथ ही हमने आपको बरगद के पेड़ से जुड़ी पौराणिक मान्यताओ की भी जानकारी है . आशा करता हूँ कि आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी
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