शनि अमावस्या ( शनैश्चरी मावस ) के उपाय से जरुर प्रसन्न होंगे शनिदेव
Shanichari Amavasya Par Kiye Jane Wale Upay भगवान शनि देव की जिस भक्त पर कृपा हो जाती है , उस भक्त की कुण्डली में दुसरे ग्रहों के या राहु केतू के दोष को भी शनि देव अपनी कृपा से सही कर देते है | धार्मिक ग्रंथो में इनकी पूजा का दिन शनिवार और अमावस्या को बताया गया है |
शनि अमावस्या कब आती है :
हर महीने में एक अमावस्या आती है , यदि यह अमावस्या शनिवार के दिन आ रही है तो इसे शनि अमावस्या के नाम से पुकारा जाता है | इसका दूसरा नाम शनिश्चरी अमावस्या भी है | इस दिन शनिदेव की पूजा करने का फल अत्यंत मिलता है | यदि वो अमावस्या सोमवार के दिन आती है तो उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है .इस दिन शिव पूजा का विशेष महत्व होता है .
शनि अमावस्या के उपाय और टोटके
– इस दिन विधि विधान से भगवान शनि के मंदिर में जाकर उनकी पूजा करे | शनि देव के 108 नामो का पाठ करे .
– शनि अमावस्या के दिन शनि के मंत्र का जप भी करना चाहिए | यह जप संध्या या रात्रि के समय करे |
– काले उड़द , सरसों के तेल ,काले वस्त्र और लोहा का दान करना चाहिए | याद रखे शनिवार के दिन शनि की प्रिय धातु लोहा को खरीदना नही चाहिए बल्कि दान करके उसे दूर ही करना चाहिए . याद रखे दान हमेशा उस व्यक्ति को करे जो या तो शनि देवता का सेवक हो या फिर बहुत ही जरुरतमंद हो .
– काले कुत्ते और कौवे को भोजन कराये |
– भगवान शनि का शनिवार व्रत करे और संध्या को पूजा के बाद ही खाना खाए |
– संध्या के समय हनुमान जी की पूजा करे | हो सके तो सुन्दरकाण्ड का पाठ नियम के साथ जरुर करे . हनुमान जी के भक्तो पर शनि देव की विशेष कृपा रहती है क्योकि हनुमान जी ने ही शनि देव को रावण से मुक्त करवाया था .
– सुबह उठकर पीपल की पूजा करे क्योकि शनिदेव का वास पीपल के पेड़ में भी बताया गया है |
– भगवान शनि को नीले पुष्प अर्पित कर अपने पापो की क्षमा मांगे |
_ शनैश्चरी अमावस के दिन चीटियों को आटा , चीनी और काले तिल का मिश्रण करके खिलाना चाहिए .
सारांश
- तो दोस्तों आपने जाना कि शनिवार को आने वाली अमावस्या के दिन हमें कौनसे उपाय करने चाहिए .आशा करता हूँ कि यह पोस्ट आपको जरुर पसंद आई होगी.
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