शनि देव को क्यों चढाते है सरसों का तेल
Why do people offer mustard oil to Lord Shanidev
आपने शनि देव की प्रतिमा पर तेल चढ़ते जरुर देखा होगा | संभवत ये ही एकमात्र देवता है जिनकी प्रतिमा पर सरसों का तेल (Mustard Oil ) चढ़ाना अनिवार्य ही माना जाता है | इसके पीछे क्या कारण है , आइये जानते है इस पोस्ट के माध्यम से …
क्यों शनि देव बने स्त्री -हनुमान शनि कथा
हनुमान ने चोटिल किया शनिदेव को
एक बार हनुमान जी श्री राम के किसी कार्य में व्यस्त थे और राम – राम का उच्चारण करके अपना कार्य अच्छे से कर रहे थे | तभी उधर से ग्रहों के राजा शनिदेव का उधर से गुजरना हुआ | उन्होंने मस्ती ही मस्ती में हनुमानजी के कार्य में विध्न डालने शरू कर दिए | हनुमान जी ने शनिदेव को बहुत समझाया कि वे उनके कार्य में विध्न नही डाले | पर शनिदेव नही माने | तब श्री हनुमान ने उन्हें अपनी पूंछ में लपेट लिया और कार्य करने लगे | कार्य करते समय उछल कूद में शनिदेव कई बार चोटिल हुए | शनिदेव ने बहुत प्रयत्न किया कि वे हनुमान जी की पूंछ से मुक्त हो जाये पर उनके सभी प्रयास विफल हो गये | शनि देव के शरीर पर जगह जगह घाव हो चुके थे जिसमे से खून बह रहा था .
तब शनिदेव ने हनुमान जी के सामने अपनी हार स्वीकार कर ली | उनका शरीर जगह जगह से चोटिल हो चूका था | हनुमान ने तब उन्हें मुक्त किया और उनके घावो पर सरसों का तेल लगाया |
अमावस्या के प्रभावी चमत्कारी उपाय
शनि देव ने दिया हनुमान को वचन
इस तेल के प्रभाव से शनिदेव जल्दी ही ठीक होने लगे | और उन्होंने हनुमान जी को वचन दिया कि आज के बाद जो भक्त मुझे सरसों के तेल से अभिषेक करेगा , उस पर मेरी कृपा बनी रहेगी | साथ ही हनुमान जी के परम भक्त उनके भी दुलारे होंगे | यही कारण है हनुमान भक्तो पर शनि की बुरी नजर बहुत ही कम पड़ती है .
शनि की प्रिय धातु और सरसों का तेल
आपको पता ही होगा ही शनि देवता की प्रिय धातु लोहा है . लोहे पर जंग लगना एक आम बात है पर यदि उस पर सरसों का तेल चढाते रहे तो उस लोहे पर जंग नही लगती है .
यह भी कारण है कि शनि की प्रिय धातु के माध्यम से शनि देवता को प्रसन्न करने के लिए सरसों का तेल चढ़ाया जाता है .
सारांश
- क्यों शनिदेव पर चढ़ाया जाता है सरसों का तेल ? क्या है इसके पीछे की कहानी . आशा करता हूँ कि यह पोस्ट आपको जरुर पसंद आई होगी .
शनिवार को ये चार चीजे पानी में डाल कर नहाये , होंगे संकट दूर
Post a Comment