अयोध्या में दर्शनीय स्थल कौनसे है
Most Famous Tourist Places In Ayodhya In Hindi भारत के प्राचीनतम आध्यात्मिक और धार्मिक शहरो में से एक है अयोध्या की पवित्र भूमि | श्री राम की जन्मस्थली के रूप यह जानी जाती है तो जैन धर्म के 24 तीर्थकरो में से 5 तीर्थकर इसी पावन भूमि पर जन्मे है |
सरयू नदी के तट पर बसा यह शहर फैजाबाद जिले में आता है | धार्मिक ग्रंथो में इस जगह का अत्यंत महत्व है |
और अब तो हिन्दुओ का सबसे बड़ा राम लल्ला मंदिर भी अयोध्या में बनने जा रहा है जिसके बाद तो भारत के कोने कोने से श्रद्धालुओ का यहाँ आना शुरू हो जायेगा |
यदि आप भी अयोध्या धाम आने की सोच रहे है तो इस पोस्ट के माध्यम से जाने कि अयोध्या राम नगरी में कौन कौनसे दर्शनीय स्थल है और उनकी क्या महिमा है |
अयोध्या धाम में टॉप टेन दर्शनीय मंदिर और स्थल
अयोध्या में राम लल्ला का नव मंदिर
अयोध्या में राम लल्ला का मंदिर बनकर तैयार होगा है और दुनिया भर से भक्त अयोध्या इसी मंदिर में लगी श्यामल राम लल्ला की प्रतिमा के दर्शन करने आ रहे है .
इस मंदिर के कारण पूरी अयोध्या का रूप ही बदल गया है , पूरी तरह सज कर अयोध्या आपने वाले भक्तो का स्वागत कर रही है .
हनुमान गढ़ी मंदिर :-
जैसे काशी नगरी में भैरव जी कोतवाल है और पुरे नगर का ध्यान रखते है , वैसे ही अयोध्या की सुरक्षा का ध्यान हनुमान गढ़ी के हनुमान जी रखते है | यह मंदिर एक टीले के ऊपर बना हुआ है जो अयोध्या के केंद्र में है |
कनक भवन
कनक भवन मंदिर में श्री सीताराम जी और उनके भाईयो की श्वेत रंग प्रतिमाये लगी हुई है जो बहुत ही सुन्दर है |
श्री राम जन्मस्थान :-
इसी जगह पर सालो तक भगवान श्री राम की प्रतिमा को एक तम्बू में रखा गया पर अब इस जगह पर भव्य राम लल्ला मंदिर का निर्माण हो रहा है जिसके लिए हर हिन्दू उत्साहित है | 2025 तक पूर्ण रूप से यह मंदिर तैयार हो जायेगा | इस मंदिर में चारो भाइयो के बाल रूप की प्रतिमा के दर्शन होंगे |
त्रेता के ठाकुर मंदिर :-
शास्त्रों के अनुसार रावण विजय के बाद जब श्री राम अयोध्या लौटे तो उन्होंने फिर जिस स्थान पर अश्वमेध यज्ञ करवाया , उसी जगह पर यह मंदिर बनाया गया है | इस मंदिर को आज से 300 साल पहले हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के राजा ने बनवाया था जिसे आज नया घाट के नाम से भी जाना जाता है |बाद में इसका पुनर्निर्माण मराठा रानी अहिल्या बाई होल्कर द्वारा करबाया गया। मंदिर में सफ़ेद रंग में श्री राम , माता सीता , लक्ष्मण , भरत और शत्रुध्न की मूर्तियाँ है |
यह मंदिर कार्तिक मास की एकादशी को खुलता है और दूर दूर से भक्त अपने आराध्य देवता श्री राम दरबार के दर्शन करने आते है |
दन्त धावन कुंड :-
यह कुंड हनुमानगढ़ी के नजदीक ही है जिसका दूसरा नाम राम दतौन भी है | मान्यता है की इसी जगह पर श्री राम जी दातुन किया करते है | अयोध्या आने वाले यात्री इस कुंड के दर्शन करने जरुर आते है |
श्री दशरथ जी का महल :-
यह नगर के बीचो बीच हनुमान गढ़ी से थोड़ी सी दूर ही स्तिथ है | मान्यता है कि राजा दशरथ अपनी रानियों के साथ इसी महल में निवास करते थे | इस महल के अन्दर भी एक महल है जिसमे चारो दशरथ नन्दनो की (राम , लक्षमण , भरत और शत्रुधन ) प्रतिमाये लगी हुई है | इसे बड़ी जगह के नाम से जाना जाता है जो अब पूरी तरह से मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है |
यह मंदिर सुबह 8 से 12 और शाम को 4 से 10 तक दर्शनार्थ खुला रहता है.
सरयू नदी :-
भगवान विष्णु के हर्षित आंसुयो से जन्मी माँ सरयू नदी की उठनी ही महत्ता है जितनी की राम जन्म भूमि अयोध्या की है | इस नदी के पावन जल में स्नान करके युगों युगों के पाप नष्ट हो जाते है | इसे अयोध्या का दिल कहा जाता है | अयोध्या के प्रसिद्ध मंदिर इसी के किनारे बसे हुए है | इसके किनारे बहुत से घाट बने हुए है जो बहुत ही रमणीय दर्शय दिखाते है |
दिगम्बर जैन मंदिर :-
जैन मतावलंबियों के लिए अयोध्या विशेष महत्व रखती है क्योकि उनके पांच तीर्थकरो का जन्म अयोध्या में ही हुआ है और उन सभी के मंदिर यहा स्तिथ है |
ऋषभदेव की प्रतिमा :-
जैन प्रथम तीर्थकर ऋषभदेव की प्रतिमा भी अयोध्या के दर्शनीयस्थलों में से एकहै |
तुलसी स्मारक भवन संग्राहलय :-
इसे गोस्वामी तुलसीदास की याद में बनाया गया है जिन्होंने चित्रकूट के घाटो पर अवधि भाषा में रामचरितमानस जैसा महान ग्रन्थ लिखा है | तुलसी स्मारक भवन संग्राहलय एक शौधशाला के रूप में कार्य करती है जहा अयोध्या का इतिहास और पुरातन जानकारी प्राप्त होती है |
पवित्र घाट :-
सरयू नदी के तटपर बहुत से घाट बने हुए हैजहा हर दिन सरयू माता की पूजा अर्चना की जाती है | इन घाटो पर पूजा अर्चना के विभिन्न कार्य भी संपन्न होते है | इनमे से 14 घाट बहुत प्रसिद्ध है , इनमें गुप्त द्वार घाट, कैकेयी घाट, कौशल्या घाट, पापमोचन घाट, लक्ष्मण घाट विशेष महत्व रखते है |
राजा महल :-
सरयू नदी के तट पर बना यह मंदिर बहुत ही सुन्दर और अनुपम वास्तुकला का नमूना है | यहा से अयोध्या के घाटो को देखना दिल को बहुत सुखुन देता है | इस मंदिर में बहुत से हिन्दू देवी देवताओ की प्रतिमाये लगी हुई है जो आध्यात्मिक सुख देती है |
अयोध्या के करीब दर्शनीय जगहे
नंदीग्राम :-
यह गाँव अयोध्या से 16 किमी की दुरी पर स्तिथ है | इसी जगह से भरत ने श्री राम के वनवास काल के दौरान शासन किया था | वे अयोध्या के सच्चा उतराधिकारी राजा राम को ही मानते थे , उन्होंने अयोध्या के सिंगासन पर अपने बड़े भाई की खडाऊ रखकर अयोध्या का ध्यान रखा था | उनके इस महान कार्य के लिए भक्तो ने यहा भरत मंदिर का निर्माण भी करवाया है |
सारांश
- तो दोस्तों सप्त धार्मिक नगरियो में शामिल अयोध्या में कौनसे दर्शनीय स्थल है और उनके क्या क्या नाम है . इससे जब भी आप अयोध्या धाम घुमने आये तो इन जगहों के दर्शन भी जरुर करे . आशा करता हूँ की यह पोस्ट आपको अच्छी लगी होगी .
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