क्यों हनुमान ने नही मारा रावण को
Kyo Hanuman ji Ne Nhi Mara Ravan Ko . रामायण आप सभी ने देखी होगी या पढ़ी होगी | रामायण त्रेतायुग में विष्णु के अवतार श्री राम , सीता , लक्ष्मण, रावण और हनुमान पर केन्द्रित थी | जहा रामचंद्र के सहायक शिव के अवतारी श्री पवनपुत्र हनुमान थे | एक सवाल सभी के मन में आता है की जब हनुमान जी सीता माता की लंका में खोज कर ली तो उन्हें वहा से लेकर क्यों नही आये | एक और प्रश्न है की क्या हनुमान रावण को मार नही सकते थे ?
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आइये जानते है इन सभी रोचक प्रश्नों के उत्तर |
पहले तो हम आपको बता दे की हनुमान जी ने कई असंभव कार्य किये है | वे शिव के रूद्र अवतार थे और बाल्यकाल में देवी देवताओ की कृपा से महाशक्तिशाली बन चुके थे | उनके पास अष्ट सिद्धि नव निधि की शक्ति थी .
उनके लिए माता सीता को लंका से लाना और रावण का वध करना चुटकी भर का खेल था पर उन्होंने दो कारण से ऐसा नही किया |
वे कारण जिससे रावण को नही मारे हनुमान
पहला कारण : राम जी का मान बढ़ाना
हनुमान दास थे अपने प्रभु श्री राम के | वे चाहते थे की रावण का वध उनके प्रभु श्री राम के हाथो ही हो | वे श्री राम की कीर्ति को बढ़ाने के लिए रावण को नही मारते है | और इसी कारण वे ना ही रावण की तरह धोखे से या कायर की तरह सीता मैया को लंका से ले जा सकते थे | वे तो अपने मालिक श्री राम के ईशारे पर ही चलते थे |
दूसरा कारण : शिव का था रावण परम भक्त
लंकापति रावण भगवान शिव का परम भक्त था और हनुमान जी शिव के ही अवतार थे | अत: भोलेनाथ की द्वारा अपने भक्त को मारना भी उचित नही था | रावण ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए महाकाव्य शिव तांडव स्त्रोत की रचना की थी |
सारांश
- इस पोस्ट में आपने जाना कि क्यों महाबली हनुमान जी ने नही मारा रावण को . हनुमान जी हर असंभव काम को कर सकते थे क्योकि वे अष्ट सिद्धि और नवनिधि से युक्त थे . आशा करता हूँ कि यह पोस्ट आपको जरुर पसंद आई होगी .
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