गीता का महत्व और मिलने वाली शिक्षा
Importance and Significant of Geeta . हमारे सनातन धर्म में गीता का बहुत महत्व और महिमा है | लगभग हर हिन्दू घर में गीता की ज्ञान भरी पुस्तक मिल जाती है | हर हिन्दू को श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ करने चाहिए | इसमे विष्णु के अवतार श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की युद्ध भूमि पर अपने सखा अर्जुन को कर्म और जीवन पर ज्ञान दिए थे जो समस्त प्राणियों के लिए अमृत के समान है | यह ज्ञान सिर्फ अर्जुन को ही नही बल्कि सम्पूर्ण मनुष्य जाति को दिया गया था जिसमे जीवन की अनमोल शिक्षाए छिपी हुई है . यही कारण है कि इन्हे अध्यात्म जगत की माता भी कहा जाता है .
इस कलियुग की भाग दौड़ भरे जीवन में जब मनुष्य थोडा समय निकाल कर गीता जी का पाठ कर ले तो उसे असीम शांति की प्राप्ति होती है , वह आध्यातिम्क रूप से मजबूत बनता है और अपनी सभी समस्याओ को इसके माध्यम से हल कर सकता है .
इन बातो का पालन करने से आध्यातिम्क सुख की प्राप्ति होकर व्यक्ति परम धाम को प्राप्त होता है | आइये जाने भागवत गीता के अनमोल ज्ञान के बारे में कुछ जरुरी बाते .
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परम ज्ञान के कारण गीता का महत्व और शिक्षा
जीवन क्या है ? आत्मा और शरीर कैसे अलग है , कर्म क्या है और धर्म क्या है ? ये सभी जीवन में जरुरी ज्ञान की बाते बतानी वाली गीता जी है . गीता जी कृष्ण का ज्ञान है जो समस्त मनुष्य जाति को दिया गया है .
१ जो हुआ, अच्छे के लिए ही हुआ|, जो हो रहा है, वह भी अच्छे के लिए ही हो रहा है, जो होगा वो भी अच्छे के लिए ही होगा .
२ परिवर्तन ही संसार का नियम है .एक क्षण में तुम करोड़ों के स्वामी बन जाते हो, दूसरे ही क्षण में तुम दरिद्र हो जाते हो। मेरा-तेरा, छोटा-बड़ा, अपना-पराया, मन से मिटा दो, फिर सब तुम्हारा है, तुम सबके हो .
३ आप खाली हाथ आये थे और खाली हाथ ही जाओगे. जो पाया वो अंत में यही रह जायेगा .
४ मनुष्य विश्वास से बनता है, आप जैसा विश्वास रखते है वैसे बन जाते हैं .
५ कर्म करो, फल की चिंता नहीं .
६ संदेह (Doubt) के साथ कभी भी ख़ुशी नहीं मिल सकती
७ मनुष्य अपने विचारो से अपने ऊँचे उठने का या गर्त में जाने का कारण बनता है .
८ आत्मा अमर है वो न जन्म लेती है ना ही मरती है . इसलिए मृत्यु एक शाश्वत सत्य है जो होगी ही .
९ अपने सभी कर्मो को भगवान को समर्प्रित करता चल , देख फिर सब अच्छा ही अच्छा होगा .
१० . ज्यादा सुख में सुखी मत रहो , ज्यादा दुःख में दुखी मत रहो . परिवर्तन ही जीवन है और समय का बदलाव होता है .
११ . मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु उसी के अन्दर है जिसका नाम भय और चिंता है . यदि आप इनको हावी करेंगे तो यह आपको पतन की तरफ ले जायेंगे .
१२ . मनुष्य के विचारो से ही उसका पतन और उठान का जन्म होता है . विचार अच्छे रखो , नेक रखो और निस्वार्थ रखो .
तो दोस्तों ये थोड़ी सी शिक्षा हमने आपको श्री मद्भगवद्गीता के माध्यम से आपको दी है .
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सारांश
- तो दोस्तों यहा भगवत गीता से आपने जाना कि श्रीमदभगवत गीता का हिन्दू धर्म में क्या महत्व और महिमा है . इस गीताजी से हमें क्या ज्ञान और शिक्षाए मिलती है . आशा करता हूँ कि आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी .
बहुत सटीक एवं सुन्दर
ReplyDeleteज्ञानवर्धक पोस्ट।
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