भगवान सूर्य देवता के विशेष मंत्र और जप विधि
सूर्य देवता के विशेष मंत्र
भगवान सूर्य रोशनी के सबसे बड़े प्रतिक है | सिर्फ हिन्दू धर्म में ही नही सूर्य को देवता का स्थान दुनिया भर के धर्मो ने दिया है | इन्हे हिन्दू धर्म के मुख्य पांच देवता में स्थान प्राप्त है | ज्योतिष विज्ञान के अनुसार भगवान सूर्य की पूजा का सबसे बड़ा दिन रविवार को माना गया है | आज हम इस पोस्ट के माध्यम से उन मुख्य मंत्रो के बारे में जानेंगे तो सूर्य को अत्यंत प्रसन्न करते है |
सूर्य देव की पूजा में ध्यान रखे ये बाते
सूर्य को जल चढाते समय जिस मंत्र का प्रयोग करना है वो भी आप जानेंगे |
सूर्य विशेष मंत्र और जप विधि
निचे कुछ दिव्य चमत्कारी सूर्य देवता के मंत्र दिए जा रहे है | ये मंत्र सूर्य अर्ध्य के बाद रविवार को यदि 108 बार जपे जाये तो निश्चित रूप से भगवान आदित्य आप पर अपनी कृपा करेंगे | हमने इसके अलावा शास्त्रों से सूर्य के 21 नाम भी बताये थे |
१) ऊं घृणिं सूर्य्य: आदित्य:
२) ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ ।
३) ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।
४) ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः ।
इसके अलावा भगवान सूर्य के 108 नाम पढना भी मंत्र समान माना जाता है |
Conclusion (निष्कर्ष )
तो दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना कि सूर्य देव की पूजा में कौनसे मंत्रो को काम में लिया जाता है और इनका जाप कैसे करना चाहिए .
आशा करता हूँ यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा होगा .
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