शिव को प्रिय है ये 10 चीजे , शिवलिंग पर जरुर करे अर्पित
10 Offerings that are dearly loved by Lord Shiva .
दुनिया के सबसे भोले देवता भगवान शिव शंकर को ही माना जाता है . वे अपने भक्तो की पुकार अति शीघ्रता से सुन लेते है . शास्त्रों में शिव को प्रसन्न करने के उपाय बताये गये है . आज हमारी पोस्ट उनकी प्रिय चीजो पर है जो उन्हें पूजा में अत्यंत पसंद है .
शिवलिंग पर चढ़ाये ये चीजे , यह मिलेगा फल
1. जल -Water
गंगा को अपनी जटाओ में धारण करके उसके वेग को कम करने वाले शिव के प्रतिक शिवलिंग का जल से अभिषेक करना जीवन में शांति और मन को शांत बनाता है .
पढ़े : शिवलिंग पर किस अभिषेक से क्या फल मिलता है
2. केसर – Saffron
सुन्दरता को सौम्यता की प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर केसर चढ़ाई जाती है |
3. चीनी – Sugar
महादेव का शक्कर से अभिषेक करने से सुख और समृद्धि बढ़ती है. ऐसा करने से मनुष्य के जीवन से दरिद्रता चली जाती है.
4. इत्र – Fragnanse
शिवलिंग पर इत्र छिड़कने से हमारा जीवन भी खुशियों से खिल उठता है . जीवन में गलत मार्ग में जाने से हमारी रक्षा होती है .
5. दूध – Milk
शिवलिंग पर दूध से अभिषेक करने से हमें स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है . शरीर निरोगी रहता है .
6. दही – Curd
दही से शिवलिंग अभिषेक करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली बाधाये दूर होती है .
7. घी – Clarified Butter
शिवलिंग पर गौ माँ के घी से अभिषेक करने से शारीरिक और मानसिक शक्ति में बढ़ोतरी होती है .
8. चंदन -Sandal
चन्दन का लेप शिवलिंग पर लगाने से यश की प्राप्ति होती है . समाज में व्यक्ति का मान सम्मान और कीर्ति बढती है .
9. शहद – Honey
जो व्यक्ति शिवलिंग का अभिषेक शहद से करता है , भोलेनाथ उसकी वाणी को मिठास से भर देते है . अपनी वाणी से भी लोगो को पॉजिटिव रूप से आकर्षित करता है.
10. भांग – Cannabis
भांग चढाने से भोलेबाबा अत्यंत प्रसन्न होते है . वे जीवन में आने वाली समस्याओ को दूर करते है .
11. चावल -Rice
धन प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर साबुत अक्षत चावल चढाने के बारे में बताया गया है | इससे व्यक्ति को आर्थिक लाभ की प्राप्ति होती है
12 : धतुरा
शिवलिंग का अभिषेक यदि धतूरे से किया जाये तो शिव जी प्रसन्न होते है . कहते है ठण्ड में रहने वाली शिव को धतुरा गर्म रखता है .
सारांश
- तो दोस्तों इस आर्टिकल में आपने जाना शिवलिंग की पूजा में किस चीज से अभिषेक करने से क्या फल प्राप्त होता है . क्या कहते है हमारे धर्म शास्त्र . आशा करता हूँ कि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी होगी .
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