गाय का हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्व है , कैसे आइये जाने
गाय का धर्म में महत्व आध्यात्मिक, धार्मिक और चिकित्सीय सभी कारणों से है | हमारे हिन्दू धर्म में गाय (गौ माँ ) का माँ का दर्जा प्राप्त है | गाय ही इस जगत में ऐसी है जिसमे 33 कोटि देवी देवताओ का वास बताया गया है | यही कारण है की गाय की सभी चीजे पवित्र मानी जाती है , यहा तक की मल मूत्र भी | गौ माता वन्दनीय है और इनका अच्छे से ध्यान रखने पर सभी देवी देवता प्रसन्न होते है | हमेशा घर की रसोई में एक रोटी गाय की जरुर बनानी चाहिए |
गौ हत्या है महापाप
गाय को सबसे अधिक पूजनीय माना गया है | पर इस कलियुग में गौ माँ को जो मार रहे है और खा रहे है वो अत्यंत ही गन्दा चेहरा है मनुष्य जाति का | गौ हत्या महापाप है और यह नर्क की घोर वेदना उन्हें दिलाएगा |
पेड़ो में पीपल के तुल्य
जिस तरह पेड़ो में पीपल का महत्व है वैसे ही पशुओ में गौ माँ की महिमा बताई गयी है | ये दोनों ही ऑक्सीजन ग्रहण करता है और ऑक्सीजन ही छोड़ता है | वैज्ञानिको ने यह रहस्य कुछ सालो में खोजा है पर हमारे सनातन धर्म में ऋषि मुनि सदियों पहले से ही यह बात जानते थे |
सबसे उच्चतम योनी
सनातन धर्म में 84 लाख योनियों की बात बताई गयी है जिसमे जीव एक योनी से दूसरी योनी तक सफ़र करता है | इन योनियों में सबसे अंतिम और पवित्र योनी गौ माँ की प्राप्त होती है |
वातारण की शुधि
एक शौध के अनुसार हवन यज्ञ करते समय यदि उसमे 10 ग्राम गाय का घी काम में ले तो उससे एक टन ऑक्सीजन बनती है | आप देख सकते है की किस तरह गाय और हवन हमारे वातावरण को शुद्ध करके हमारा भला कर सकते है |
पंचगव्य की चमत्कारी शक्ति
पंचगव्य का निर्माण गाय के दूध, दही, घी, मूत्र, गोबर द्वारा किया जाता है | इससे कई रोगों का सफल ईलाज संभव है | यह शरीर के रोग निरोधक क्षमता को बढ़ाता है और कैंसर तक का सफल ईलाज कर देता है |
गाय के बारे में 10 चौकाने वाली बाते
विज्ञान के अनुसार चमत्कार : वैज्ञानिको के अनुसार गाय ही एकमात्र ऐसा प्राणी है आक्सीजन ही लेती है और आक्सीजन ही छोड़ती है |
गौ है पवित्र : एकमात्र ऐसी प्राणी है जिसका दूध , मूत्र और गोबर तक पवित्र बताया गया है |
जीवाणु नाशक : यदि गौ माँ के गोबर के कंडे बनाकर जलाया जाये , तो इसके धुएं से वातारण के कीटाणु जीवाणु मर जाते है |
गोबर में विटामिन B : गाय माता के गोबर में विटामिन B प्रचुर होता है जो की आस पास की रेडियोधर्मिता को सोख लेता है |
गाय के पैर की धुल : यदि घर में आप गौ माँ के पैरो की धुल को छिड़केंगे तो नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाएगी |
गौ है माँ : गाय का दूध नवजात के लिए माँ के दूध के समान पौष्टिक बताया गया है | जिन माँ के दूध नही आता वो अपने छोटे बच्चे को गाय का दूध ही पिलाती है | इसलिए ही गौ माँ को विश्व की माँ की भी संज्ञा दी गयी है |
लक्ष्मी समान गौ : गौ माँ को लक्ष्मी का रूप बताया गया है | जिस घर से हर दिन गाय माता को रोटी दी जाती है उस घर में सदैव माँ अन्नपूर्णा प्रसन्न रहती है |
धार्मिक कार्य में गौ मल है पवित्र : यदि हवन पूजा और ज्योत देखने वाले सभी कार्यो में गाय के गोबर के बने कंडे काम में लिए जाते है | जगह को पवित्र करने के लिए गौमूत्र को छिड़का जाता है |
गौ दान है महान : प्राचीनकाल से ही माना गया है जो व्यक्ति गाय का दान करता है वो दान महादान में आता है | माना जाता है की जो गाय का दान करते है उन्हें सूर्य देवता के लोक की प्राप्ति होती है |
गौमूत्र से बीमारी दूर : मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए और कई बीमारियों के उपचार की क्षमता रखते है | यह ह्रदय और केंसर से जुड़े रोगों के लिए फायदेमंद है | इसमे गंगा नदी का वास बताया गया है |
सारांश
- गाय को हिन्दू धर्म में एक पवित्र और धार्मिक पशु ही नही बल्कि माँ का दर्जा प्राप्त है . भगवान कृष्ण का वास इन्ही के लोक गौ लोक में बताया गया है . श्री कृष्ण ने अपना बचपन गोपाल के रूप में बिताया है और उनका निवास भी गौकुल गाँव में बताया गया है . वैज्ञानिक भी मानते है कि गाय का दूध और मल मूत्र कितना ज्यादा फायदेमंद होता है . पुराणों में कामधेनु गाय का वर्णन है जिसमे सभी देवी देवताओ का वास बताया गया है . यहा हम जानेंगे कि गाय से जुड़ी रोचक और हैरान कर देने वाली बाते .
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