बिल्व पत्र से जुड़ी है यह 10 रोचक बाते और नियम
Some Important things attached with Bilva Patra in Shiva’s Puja
हिन्दू धर्म में कुछ पेड़ बहुत धार्मिक और पूजनीय है जिसमे से एक है बिल्व का पेड़ | इसके पत्ते शिवपूजन का एक मुख्य अंग है | सावन मास की शिव पूजा में इसे हर दिन भगवान शिव को अर्पित करना चाहिए | ऐसा करने से बहुत पूण्य की प्राप्ति होती है | इसे चढाते समय कुछ विशेष बातो और नियमो का ध्यान रखना चाहिए जो निचे दी जा रही है :-
Shiv Puja Me Bel Patra Se Judi Rochak Baate
शिवलिंग पर बिल पत्र चढाने का महत्व :
धार्मिक मान्यता है कि सोमवार को शिव को खासतौर पर तीन पत्ती या पञ्च पत्ती वाले बिल्वपत्र पर पीले चन्दन से ॐ बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाने से पाप का नाश होता है और साथ ही साथ मनुष्य को भौतिक और मानसिक शांति सफलता प्राप्त होती है | उनके घर में सदैव लक्ष्मी जी का निवास होता है |
नही होते बासी :
1.बिल पत्र कभी बासी नही होते है | शिवलिंग पर चढ़े बिलपत्र को भी फिर से धो कर शिवलिंग पर चढ़ाया जा सकता है |
किस दिन नही तोड़े
2.कुछ तिथियों पर बिल पत्र को नही तोड़ना चाहिए जो है अष्टमी, चर्तुदशी, अमावस्या, पूर्णिमा तिथि |आप इन तिथियों से पहले ही बेलपत्र को तोड़कर फ्रीज में रख ले | साथ ही सोमवार को शिवजी का वार कहा जाता है अत: इस दिन भी बिलपत्र को नही तोडना चाहिए . आप रविवार को ही बिल पत्र तोड़ कर फ्रीज में रख ले और फिर सोमवार की पूजा में इसे काम में ले . साथ ही ध्यान रखे की दोपहर के बाद भी बिल पत्र को तोडना गलत माना जाता है .
तो इस वजह से शिवजी के भक्त नंदी के कानों में कहते हैं अपनी मनोकामना
बिल्ववृक्ष होता है शुभ
जिस घर में बिल्ववृक्ष होता है , वहा सकारात्मक उर्जा बहुत पाई जाती है | यह जगह काशी नगरी के समान पवित्र होती है | परिवार में शांति और यश की प्राप्ति होती है | पितृ दोष की शांति के लिए भी इसे नित्य सींचना चाहिए |
बेल पेड़ की पूजा
रविवार और द्वादशी तिथि पर बिल्वपत्र के वृक्ष के पूजन का विशेष महत्व होता है।यह सम्मान , लक्ष्मी और यश की प्राप्ति कराता है |
बिल पत्र चढाते समय मंत्र
शिवलिंग पर बिल पत्र 3,7 ,11,21 की संख्या में चढाने चाहिए | बिलपत्र पर ॐ नमः शिवाय चन्दन से लिखे और सम्पूर्ण शिव परिवार को यह अर्पित करे |
मंत्र : त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं त्रयायुधम्।
त्रिजन्म पापसंहारंमेकबिल्वं शिवार्पणम।।
बिलपत्र है गजब औषधि
बिलपत्र का सिर्फ धार्मिक ही नही बल्कि स्वास्थ्य से जुड़ा भी महत्व है . इस पेड़ पर लगने वाले फल से बिल का ज्यूस बनाया जाता है तो पेट में ठंडक देता है . इसके पत्तो के द्वारा कई बीमारियों का ईलाज किया जाता है . इसके पत्ते में इगेलिन व इगेलेनिन पाया जाता है जो पेट के विकारो को दूर करता है . यह गैस , कब्ज और अपच की बीमारी को दूर करने में सहायक है . मधुमेह की बीमारी वाले व्यक्ति यदि रोज 5 बेल पत्र और 4 काली मिर्च का रोज सेवन करे तो सुगर की बीमारी में काफी सुधार होता है .
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सारांश
- शिव पूजा में बिल्ब पत्र का क्या महत्व है और बिल पत्र को शिवलिंग पर चढाते समय कौनसी बाते आपको ध्यान में रखनी चाहिए . आशा करता हूँ की आपको यह पोस्ट जरुर पसंद आई होगी . इसे अपने दोस्तों पर परिवार जनो के साथ जरुर शेयर करे
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