भैरव का वाहन के कुकुर (कुत्ता ) क्यों है

Bhairav Ji Ka Vahan Kukur (Dog ) Kyo Hai . क्यों भैरव ने कुत्ते (स्वान) को ही अपना वाहन (सवारी ) चुना ? स्वान को हिन्दू देवता भैरव महाराज का सेवक और वाहन माना जाता है। सभी भैरव मन्दिरों में और उनकी फोटो में भैरव बाबा के साथ कुकुर के भी दर्शन होते है | भैरव मंदिर के करीब दिखने वाले कुत्तो की सेवा से काल भैरव अत्यंत प्रसन्न होते है और हर तरह के आकस्मिक संकटों से वे भक्त की रक्षा करते हैं।

किस देवी देवता का कौनसा वाहन (सवारी ) है 

क्यों है भैरव जी का वाहन के श्वान


यह भी बहुत बारे देखा गया है की भैरव मंदिरों में बहुत सारे कुकुर होते है जो भैरव भक्तो के साथ प्रेम भाव रखते है | मान्यता है कि कुत्ते को प्रसन्न और सेवा से यमदूत और बुरी आत्माए आपसी दूर रहेगी | काशी के काल भैरव मंदिर में एक चमत्कार हुआ था , वो चमत्कार भैरव की सवारी कुत्ते से ही जुड़ा था | मुगलों की सेना ने जब उस मंदिर को धवस्त करने के लिए रुख किया तो सैकड़ो कुत्तो ने उनपर हमला कर दिया था |

bhairav ji ki sawari


कुकुर के गुण

कुत्ता (स्वान) एक रहस्यमयी प्राणी है। यह कुशाग्र बुद्धि और रहस्यों को जानने वाला जीव है । यह स्वामी भक्ति और रक्षा करने वाला है | हमने यह तो कभी नही सुना की भैरव कुकुर के ऊपर विराजमान है पर यह जीव हमेशा उनके साथ दिखाई देता है | कुत्ता ईथर माध्यम (सूक्ष्म जगत) की आत्माओं को देखने की क्षमता रखता है। और भैरव तो समस्त भुत प्रेतों आत्माओ की सबसे बड़ी सत्ता है | कुत्ता कई किलोमीटर तक की गंध सूंघ सकता है।

शनि को भी प्रिय है कुत्ता

ऐसी भी मान्यता है की यदि आप शनि की साढ़े साती या ढैय्या से दुखी है तो इसके दुष्प्रभाव को कम करने के लिए यह उपाय प्रभावी है | शनिवार के दिन एक रोटी में तेल लगाकर उसे आप काले कुत्ते की खिलाये | ऐसा करने से भगवान शनि प्रसन्न होंगे |

घर में बनी रोटी में भी एक भाग कुत्ते का

प्राय हमारे बुजुर्ग हमेशा सलाह देते है की घर में बनी रोटी तीन जीवो के लिए भी जरुर निकालनी चाहिए | एक रोटी गाय की , एक कुत्ते की और एक कौवे की | इसका कारण है हमारे पितृ देवी देवता | हमें नही पता की वे किस योनी में है किस रूप में है | यदि वे सात्विक रूप में है तो हम गाय की रोटी , राजसिक रूप में है तो कुत्ते की रोटी और यदि वे तामसिक रूप में है तो हम कौवे की रोटी निकालते है |

ग्रहों में केतु :

कुत्ते को ग्रहों मै केतु कहा गया हैं, केतु जीवन मै क्या शुभ और क्या अशुभ करेगा यह भी कुत्ते के प्रति हमारी निष्ठा पर निर्भर करता है |

कैसे करे कुत्ते की सेवा

भैरव के प्रिय काले रंग के कुत्ते की सेवा से आप बाबा को प्रसन्न कर सकते है | रविवार और मंगलवार कुत्ते की जरुर सेवा करनी चाहिए । यदि कुत्ता काले रंग का हो तो पूजा का माहात्म्य और बढ़ जाता है। कुत्ते को दूध , जलेबी , बिस्कुट खिलाये | सुबह और शाम कुत्ते को एक रोटी जरुर दे | इससे राहु , शनि देवता और भैरव प्रसन्न होते है और घर पर आने वाले सभी संकटों से मुक्ति मिलती है |


सारांश 

  1.  तो दोस्तों आपने इस पोस्ट में जाना कि भैरव जी का वाहन एक कुकुर यानी की स्वान क्यों है ? 

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