पूर्णिमा के दिन टोटके और उपाय
Poornima Ke Chamatkari Upay - ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 12 महीनो में 12 पूर्णिमा के दिन आते है जब चंद्रमा सबसे ज्यादा बड़ा और चमकीला दिखाई देता है. चंद्रमा हमारे मन का कारक है .
पूर्णिमा की रात पूर्ण चन्द्र के दर्शन होते है अर्थात आकाश में पूर्ण उजाला | जैसे अमावस्या पर नकारात्मक शक्ति जाग्रत रहती है उसी तरह पूर्णिमा के दिन सकारात्मक शक्ति अपने चरम पर होती है | यदि इस दिन हम अपने कर्मो से इन सकारात्मक शक्तियों की कृपा पा ले तो हमारा भाग्य बदल जाता है और हम सुख समृधि से जीवन व्यतीत कर सकते है | इस दिन इन शक्तियों को प्रसन्न करने के लिए पूजा में कुछ प्रभावी टोटके और उपाय किये जाते है | आइये जानते है पूर्णिमा ( पूणम ) के दिन सुख समृधि के लिए किये जाने वाले चमत्कारी उपाय |
पूणम का सम्बन्ध धन धान की देवी लक्ष्मी से भी है और इस दिन उनकी कृपा पा लेने से जीवन में आर्थिक और धन सम्बन्धी परेशानियाँ भी दूर हो जाती है |
पूर्णिमा के दिन किये जाने वाले उपाय और टोटके
पीपल और लक्ष्मी की पूजा : पूर्णिमा की सुबह आप नहा कर पीपल के पेड़ के पास जाये | ऐसा माना गया है की पीपल के वृक्ष पर उस दिन सुबह माँ लक्ष्मी आती है | बस अब पूर्ण विश्वास के साथ माँ लक्ष्मी की पूजा अर्चना उस पीपल पेड़ के निचे बैठकर करे | माँ लक्ष्मी के 108 नाम , माँ लक्ष्मी के सिद्ध मन्त्र और अंत में माँ लक्ष्मी की आरती करे | फिर लक्ष्मी मैय्या को अपने घर आमंत्रित करे |
माँ आप पर जरुर प्रसन्न होगी और आपके घर पर कभी धन और अर्थ सम्बन्धी दिक्कते नही आएगी |
पीपल के पेड़ की जडो को शुद्ध पानी से सींचे .
चंद्रमा को अर्ध्य : पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण चांदनी के साथ होता है अत: इस दिन चंद्रमा को रात्रि में खीर का अर्ध्य जरुर दे |
चन्द्रमा के मंत्रो का जाप : इस दिन भगवान चन्द्र देवता के मंत्रो का जाप करने से आपकी कीर्ति यश बढ़ता है |
मुख्य चन्द्रमा के मंत्र निम्न है :
- ऊँ ऎं क्लीं सोमाय नम: ।
- ऊँ श्रां श्रीं श्रौं चन्द्रमसे नम: ।
- ऊँ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम: ।
- ॐ सों सोमाय नम: ।
चंद्रमा पर त्राटक : अपनी दिव्य ज्योति जगाने के लिए और आँखों की रोशनी तेज करने के लिए पूर्णिमा की रात त्राटक जरुर करे | त्राटक का मतलब किसी चीज को पलके बंद किये बिना लगातार देखना |
भगवान शिव को अक्षत : पूर्णिमा के दिन भगवान शिव को अखंडित चावल सवा किलो चढ़ाये | और अपनी पीड़ा शिवजी से कहे | विश्वास करे शिव कृपा से वो पीड़ा जल्द ही ठीक हो जाएगी |
शिव पार्वती को श्वेत भेंट : पूनम के दिन आप भगवान शिव और माता पार्वती को सफ़ेद चन्दन से श्रंगारित करके सफ़ेद रंग के फूल चढ़ाये और नैवैध्य में भी सफ़ेद ही मिठाई का भोग लगाये . दोनों से विनती करे की आपकी मनोकामना पूर्ण करे .
माँ तुलसी की विशेष पूजा :- पूर्णिमा की संध्या पर माँ तुलसी जी को नयी चुनरी घर की महिला पहनाये , काजल टिकी लगाये और माँ तुलसी जी की देशी घी के दीपक से आरती उतारे . ऐसा हर पूर्णिमा को करने से माँ लक्ष्मी उस घर में हमेशा अपनी कृपा बरसाती है .
साल में आने वाली 12 पूर्णिमा कौनसी है
आइये जानते है हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से किस माह में कौनसी पूर्णिमा आती है और उस दिन क्या विशेष होता है.
क्रम संख्या | माह का नाम | पूर्णिमा |
---|---|---|
1 | चैत्र | चैत्र पूर्णिमा - हनुमान जी का जन्मोत्सव |
2 | वैशाख | वैशाख पूर्णिमा -बुद्धा पूर्णिमा |
3 | ज्येष्ठ | ज्येष्ठ पूर्णिमा -देव स्नान |
4 | आषाढ़ | आषाढ़ पूर्णिमा -गुरु पूर्णिमा पर्व |
5 | श्रावण | श्रावण पूर्णिमा - रक्षा बंधन का पर्व |
6 | भाद्रपद | भाद्रपद पूर्णिमा - श्राद्ध पक्ष शुरू |
7 | आश्विन | आश्विन पूर्णिम -कोजागर व्रत पूर्णिमा |
8 | कार्तिक | कार्तिक पूर्णिमा - दीप दान करने वाली पूर्णिमा -देव दिवाली |
9 | मार्गशीर्ष | मार्गशीर्ष पूर्णिमा -श्री दत्तात्रेय जयंती |
10 | पौष | पौष पूर्णिमा |
11 | माघ | माघ पूर्णिमा - बत्तिसी पूर्णिमा |
12 | फाल्गुन | फाल्गुन पूर्णिमा - होलिका दहन |
सारांश
- तो मित्रों इस धार्मिक लेख में आपने जाना कि पूर्णिमा के शुभ दिन कौनसे उपाय करने से हमारे घर में सुख समृधि स्थाई हो जाती है . साथ ही यह उपाय बहुत ही प्रभावी होते है क्योकि यह बहुत ही शुभ दिन पूनम को किये जाते है . आशा करता हूँ की आपको यह लेख जरुर पसंद आया होगा .
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