भारत के मुख्य  तांत्रिक पीठ स्थान

Famous Tantrik Peeth Sthan in India . 

भारत में तंत्र के सबसे पहले और सबसे बड़े ज्ञाता शिव जी को माना जाता है . शिव से जुड़ी माँ काली और काल भैरव तंत्र के अधिनायक है . इन दोनों को तामसिक देवता माना जाता है और तंत्र साधना इनके बिना अधूरी मानी जाती है 

भारत में तंत्र और तांत्रिको को प्राचीन काल से देखा जा रहा है . यह गुरु शिष्य परम्परा पर आगे बढती है . ज्ञानी गुरु साधना करके महा शक्तियों को प्राप्त करता है और फिर अपने चेलो को भी वही सिखाता है . 

prasidh tantrik peeth sthan

भारत में नागा साधू और अघोरी तंत्र साधनाओ में विशेषकर पाए जाते है . ये साधनाए बहुत ही कठिन होती है और ख़ास तौर पर वे ही करते है जिन्हें अपने जीवन मृत्यु का कोई भय नही होता . ऐसी साधनाओ में उपरी शक्तियों से सामना भी हो जाता है .

भारत में मुख्य जगह तांत्रिको और अघोरियो के अनुसार जहा अच्छे से तंत्र साधना की जा सकती है . ये स्थान तामसिक शक्तियों के जाग्रत और सिद्ध स्थान है जहाँ साधना द्वारा जल्दी से सिद्धियाँ प्राप्त हो जाती है . 

यदि आप भी भारत के उन बहुत ही ताकतवर सिद्ध पीठो के बारे में जानना चाहते है तो आप सही आर्टिकल पढ़ रहे है . हम भारत के उन सभी तांत्रिक पीठो की जानकारी आपको यहा देने वाले है . 


1- तारापीठ का श्मशान : कोलकाता से 180 किलोमीटर दूर स्थित तारापीठ धाम एक मुख्य शक्तिपीठ है | यहा की देवी महा काली है | यह महाश्मशान स्थली है जो अघोरी और तांत्रिको के लिए स्वर्ग से कम नही है | यहा हजारो की संख्या में तांत्रिक क्रियाये होती है | तारापीठ को तंत्र साधनों में सबसे जाग्रत जगह माना जाता है |

तारापीठ शमशान


2- कामाख्या पीठ के श्मशान: कामाख्या पीठ भारत का प्रसिद्ध शक्तिपीठ है, जो असम प्रदेश में है। यहा देवी माँ की योनी रूप में पूजा होती है | कामाख्या देवी का मंदिर गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर दूर नीलांचल पर्वत पर स्थित है। यह जगह प्राचीनकाल से महान तांत्रिको की जगह रही है |

कामख्या पीठ शमशान


3- रजरप्पा का श्मशान : यह की देवी छिन्नमस्ता है | यह दस महाविद्याओं में एक हैं। छिन्नमस्ता तांत्रिक क्रिया करने वालो का परम आराध्य स्थान यही है |

4- चक्रतीर्थ का श्मशान : मध्यप्रदेश के उज्जैन में चक्रतीर्थ स्थान और माँ काली के भव्य मंदिर गढ़कालिका तांत्रिकों की साधना का मुख्य स्थान है । उज्जैन में ही काल भैरव मंदिर और विक्रांत भैरव भी तांत्रिकों को अति प्रिय है ।

5- ओड़िसा का वेताल मंदिर  : यह मंदिर बहुत ही पुराना है और 8 वी सदी में बना हुआ है . यहा देवी चामुंडा की मूर्ति विराजमान है . पुरे साल यहा आपको तांत्रिक क्रियाये देखने को मिलेगी . 

ओड़िसा बैताल मंदिर तांत्रिक पीठ


इनके अलावा अन्य तांत्रिक स्थान :


सभी 52 शक्तिपीठ तो तांत्रिकों की सिद्धभूमि हैं ही इसके अलावा कालिका के सभी स्थान, बगलामुखी देवी के सभी स्थान और दस महाविद्या माता के सभी स्थान को तांत्रिकों का गढ़ माना गया है। अलावा वैताल मंदिर, भुवनेश्वर, ओड़िसा , बैजनाथ मंदिर हिमाचल प्रदेश ( एकलिंग जी मंदिर उदयपुर राजस्थान , मेहंदीपुर बालाजी मंदिर , खजुराहो मंदिर मध्य प्रदेश, ज्वालामुखी मंदिर हिमाचल प्रदेश | कुछ कहते हैं कि त्र्यम्बकेश्वर भी तांत्रिकों का तीर्थ है।

सारांश 

  1.  तो दोस्तों इस आर्टिकल में आपने जाना भारत के मुख्य तांत्रिक और साधना वाली जगहों के बारे में जहाँ नागा सा धू या तांत्रिक क्रियाकर्म बहुत ज्यादा होते होते है . ये जगहे तामसिक देवी देवताओ के सिद्ध पीठ है .  आशा करता हूँ कि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी होगी .

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