4 कीलों का यह टोटका भैरव कृपा से भारी पड़ेगा दुश्मनों पर
आज की भागदौड़ और प्रतिस्पर्धा युक्त जिंदगी में हर कोई एक-दूसरे से आगे निकलना चाहता है। कई बार तो हम इसमें सफल होते भी हैं लेकिन कई बार हमें हार मिलती है और हमसे जो विफल होते है वे हमें अपना दुश्मन मानने लगते है और जलन और ईर्ष्या से गलत तरीके से हमें नुकशान पहुँचाने के मार्ग पर चल पड़ते है । हमें चाहिए की सतर्क रहे और ईश्वर की कृपा से अपने दुश्मनों के दुष्प्रभावो को कम करते रहे | आज इसी प्रयोजन से हम आपको चार कीलो का एक टोटका बता रहे है |
इसलिए आज हम एक ऐसा उपाय लेकर आए हैं जो आपके दुश्मनों पर भारी पड़ेगा। यह उपाय आपके दुश्मनों को कमजोर बनाएगा और आपके मार्ग को उन्नत करा देगा । दुश्मन आपसे मित्रता भाव रखने लगेंगे |
दुश्मनों से रक्षा करता है यह भैरव का उपाय
अमावस्या की रात करीब 10 बजे बाद दक्षिण दिशा में काल भैरव की तस्वीर को लकड़ी की चौकी पर रख दें और अब आप भी काले आसन पर बैठ जाएं। भैरव चित्र के सामने सरसों की तेल में चार बाती वाला बड़ा दीपक जलाएं।
चारों कीलों पर मोली बांधकर भैरव के सामने कर दें और काल भैरव से प्रार्थना करें वे इस विधि को सफल करें। साथ ही उनसे ये भी कहें कि अगर आपसे इस विधि में कोई गलती भी हो तो माफ कर दें।
इन सबके बाद हवन कुंड तैयार करें और हूं हूं फट स्वाहा का मंत्र बोलें। प्रत्येक मंत्र के बाद काली सरसों से आहुति दें। ये मंत्र आपको 108 बार करना है। ध्यान रहें आपको उस जगह से तब तक नहीं उठना है, जब तक ये विधि पूरी न हो जाएं और इस पूरी विधि के दौरान किसी कि भी टोक नहीं लगनी चाहिए।
विधि पूरी होने के बाद पूरा सब कुछ वहीं पड़ा रहने दें और अगले दिन अपने शत्रु के घर में उस कील को लगा दें। बचा हुआ सामान बहते पानी में प्रवाहित कर दें। कील गाड़ने के बाद जब आप घर आए तो अपने पूरे घर में गंगा का छिड़काव करना न भूलें।
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