अमावस्या के यह उपाय चमका देंगे आपके भाग्य को

हिन्दु पंचांग में हर महीने एक अमावस्या आती है जब पूर्ण अंधकार होता है रात्रि में | यह रात पूर्णिमा के रात की बिलकुल विलोम है | ज्योतिष और तंत्र शास्त्र बताते है की अमावस्या के दिन किये गए उपाय तुरंत और अति फलदायी होते है | इस दिन आप रूठे हुए ग्रह और पितरो को भी आसानी से मना सकते है |

amawasya ke chamtkari upaay


आइये जाने की कैसे आप अमावस्या के प्रभावी उपाय करके आप मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानियो से निजात पा सकते है |

Amawasya Upay And Totke In Hindi

अमावस्या के दिन ना तोड़े तलसी और बिलपत्र :

हमारे शास्त्रों में बताया गया है की अमावस्या के दिन तुलसी और बिलपत्र नही तोड़ने चाहिए | यदि आपको इन्हे पूजा में काम में लेना है तो एक दिन पहले ही तोड़ के रखे ले |

विष्णु या कृष्ण मंदिर में लगाये धवजा :

अमावस्या के दिन उपाय में अगला है किसी विष्णु या कृष्ण मंदिर में जाके त्रिकोण ध्वजा को ऐसी ऊंचाई पर लगाये की वो हवा में लहराती रहे | इससे आपके भाग्य का उदय होगा |

कुए में डाले दूध :

इस दिन संध्या के समय आस पास के कुए में एक चम्मच से दूध डाले | भाग्य बदलेगा और फिर  कार्य  बनने लगेंगे |

शिवजी का ऐसे करे अभिषेक :

अमावस्या की शाम को भगवान शिव  मंदिर जाके शिवलिंग का गाय के कच्चे दूध , दही , शहद से अभिषेक करे और फिर काले तिल अर्पित करे | हो सके तो खीर से भी स्नान कराये | यह अति प्रभावशाली उपाय बताया गया है |

संध्या को जलाये पीपल के निचे दीपक :

अमावस्या की संध्या को पूजा के समय ही एक सरसों के तेल का दिया अपने पितरो के नाम से पीपल पेड़  के निचे जलाये और सात परिक्रमा करे | पितरो को प्रसन्न करने का यह प्रभावी उपाय है |

शनि देव की पूजा भी है जरुरी :

भगवान शनि सभी ग्रहो के राजा है अत: ग्रह शांति के लिए इनकी पूजा भी अमावस्या को अत्यंत जरुरी है | शनि मंदिर में जाके इनके नीले पुष्प चढ़ाये , और काले तिल , काले साबुत उड़द , कड़वा तेल , काजल और काला कपडा इन्हे अर्पित करे फिर उसी मंदिर में 108 बार निम्न मंत्र का जाप करे और अपनी सभी परेशानियों से छुटकारे की विनती शनिदेव से करे |

शनि मंत्र है : ऊँ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छायामार्तण्डसंभुतं नमामि शनैश्चरम।

यह सभी अमावस्या के उपाय और टोटके करने से पितृ देवी देवता , पीपल देवता और शनि देव प्रसन्न होंगे | आपके सभी काम बनने लगेंगे |


साल में आने वाली 12 अमावस्या के दिन  :


क्रम संख्या माह का नाम अमावस्या 
1 चैत्र चैत्र अमावस्या - 
2 वैशाख वैशाख अमावस्या -
3 ज्येष्ठ ज्येष्ठ अमावस्या -
4 आषाढ़ आषाढ़ अमावस्या -
5 श्रावण श्रावण अमावस्या  - 
6 भाद्रपद भाद्रपद अमावस्या - 
7 आश्विन आश्विन अमावस्या -
8 कार्तिक कार्तिक अमावस्या - दीपावली 
9 मार्गशीर्ष मार्गशीर्ष अमावस्या -
10 पौष पौष अमावस्या 
11 माघ माघ अमावस्या - 
12 फाल्गुन फाल्गुन अमावस्या - 

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