वास्तु शास्त्र के अनुसार कैसा होना चाहिए घर का रंग
House interior colour as per vastu shastra in hindi
घर का नक्शा और आठ दिशा तो वास्तु शास्त्र में अपना स्थान प्रबल रखते ही है पर साथ में घर में किस तरह का रंग हो और किस जगह पर कैसा रंग हो , यह भी जानना बहुत जरुरी है | रंगों के देखने से उसका प्रभाव हमारे स्वभाव पर पड़ता है | यदि हम भड़कीले रंग को ज्यादा समय तक देखते है तो मन अशांत हो जाता है , इसी के विपरीत यदि हम सौम्य और हल्के रंग को देखते है तो वे रंग हमें प्रसन्नता देते है |
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वास्तु शास्त्र में रंगो का भी अपना महत्व है और यदि आप सही दिशाओ में सही रंगों का प्रयोग करेंगे तो यह मानसिक के साथ साथ आर्थिक बदलाव भी दिखायेंगे .
तो आज हम फेंग शुई के साथ साथ वास्तु शास्त्र को मिलाकर बताएँगे की घर के अलग अलग भाग का रंग किस तरह का होना चाहिए .
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घर के किस भाग में किस तरफ का रंग करवाए – वास्तु शास्त्र के अनुसार
घर का मध्य भाग : घर के मध्य भाग ज्यादातर यह भाग हॉल का होता है | इस जगह को ब्रह्मा का वास बताया जाता है | इस जगह उजाला होना चाहिए और हल्के रंगों का प्रयोग करना चाहिए |
पूजा स्थल पर रंग : घर के पूजा स्थल में ऐसा रंग होना चाहिए जो मन को शांति दे , एकाग्रता लाये | शांति और एकाग्रता पूजा के लिए जरुरी अवयव है | अत: पूजा स्थल पर आप सफ़ेद , हल्के गेरुआ , हल्के नीले रंग का प्रयोग कर सकते है |
रसोईघर का रंग : किचन हमेशा वास्तु नियमो से आग्नेय कोन में बनानी चाहिए और इस जगह के देव अग्नि है ग्रह स्वामी शुक्र है अत: किचन में हमें सफ़ेद या क्रीम रंग का प्रयोग करना चाहिए | यदि कीचन (रसोईघर ) के वास्तु टिप्स के बारे में जानना चाहते है तो यह लेख जरुर पढ़े .
घर की छत का रंग : घर की छत प्रकाश की किरणों को पुनः हम तक भेजती है अत: घर की छतो का रंग भी हल्का सफ़ेद या क्रीम रंग की रखनी चाहिए |
खिड़की दरवाजो का रंग : जैसा की हमने पहले बताया कि घर में सौम्य और हलके रंगों का आपको प्रयोग करना है पर खिड़की दरवाजो का रंग आप गहरा रखे . घर के सभी खिड़की दरवाजे गहरे रंग के होने चाहिए .
कहने का तात्पर्य यह है की भड़कीले रंगों से दूर रखे अपने घर को , शांति देने वाले हल्के रंग घरो में काम में ले |यह हल्के रंग सत्त्व गुण के प्रतीक है जिसमे हल्का गुलाबी , नीला ,पीला , हरा गेहुआ आदि आते है |
जितने रंग सौम्य और सुशील होंगे , वैसा ही वो आपके जीवन और स्वभाव पर अपना प्रभाव छोड़ेंगे .
कभी भी गहरे लाल रंग और काले रंग का प्रयोग दीवारों में ना करे . ये दोनों बहुत ही भड़कीले रंग है जो घर के सदस्यों के स्वभाव पर बहुत गहरा तामसिक प्रभाव छोड़ते है .
दिशाओ के आधार पर होना चाहिए ये रंग
आइये अब जानते है कि वास्तु शास्त्र में किस दिशा के लिए कौनसा रंग शुभ बताया गया है , आप भी यह जानकारी लेकर अपने घर की दीवारों में दिशा अनुसार ये रंग काम में ले .
पूर्व की दिशा :- घर के पूर्वी दिशा में हल्का पीला रंग करवाना अच्छा बताया गया है .
दक्षिण-पूर्व दिशा :- यह आग्नेय दिशा होती है जो आग से सम्बंधित है . यहा आप हल्का नारंगी , हल्का लाल या पीला रंग करवाए तो बहुत अच्छा माना जाता है .
उत्तर दिशा :- उत्तर दिशा में हरा रंग कराना शुभ बताया गया है .
पश्चिम दिशा :- यह दिशा जल से जुडी होती है अत: यहा आप सफ़ेद या हल्का नीला कराने से अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते है .
दक्षिण दिशा :- इस दिशा में आप लाल या पीला रंग रंगवा सकते है .
उत्तर-पश्चिम दिशा :- उत्तर पश्चिम की दिशा वायव्य दिशा होती है जो हवा से जुडी हुई है . इस दिशा में आप क्रीम , सफ़ेद रंग चुने .
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