दुकान और व्यवसायिक जगह के लिए वास्तु टिप्स
दुकान और रोजगार के लिए वास्तु शास्त्र टिप्स
Vastu Tips for growth of business and shop in hindi
दुनिया में आधे से ज्यादा लोग ऐसे है जो अपना खुद का रोजगार या व्यवसाय चला रहे है . वे चाहते है कि उनका काम अच्छा चले और अच्छा मुनाफा उन्हें मिले .
जिन व्यक्तियों का व्यवसाय दुकान पर निर्भर करता है उनके लिए उनकी दुकान का वास्तु सम्मत होता जरुरी है | दुकान और रोजगार की जगह से जुडी हुई कुछ वास्तु टिप्स और बातो का ध्यान रखने और पालन करने से यह जगह आर्थिक रूप से भाग्यशाली साबित हो जाती है |
मेहनत और किस्मत दोनों से मिलने वाला परिणाम एक सफल व्यापार का आधार होता है | मेहनत तो आप बिना वास्तु के भी कर लेंगे पर किस्मत का द्वार सही वास्तु शास्त्र आपके सन्मुख लायेगा |
यही कारण है कि आप बहुत सी व्यापार से जुडी जगहों पर घोड़े की नाल लगी हुई देखेंगे तो कई जगह आपको निम्बू मिर्ची लटका हुआ देखेंगे , बड़े बड़े ऑफिस में मछली पालने के लिए एक्वेरियम देखने को मिलेंगे , कही आपको बेंच पर जल में कछुआ की मूर्ति दिखाई देगी .
ये सभी अच्छे रोजगार के लिए वास्तु सम्मत बताये गये है .
दुकान से जुडी मुख्य वास्तु टिप्स और बाते जिससे दुकान से धन लाभ बढ़ता ही जाये :
1) दूकान का मुँह कभी भी दक्षिण दिशा की तरफ नही होना चाहिए |
2) सांध्य आरती के बाद कभी भी दान ना करे |
3) दुकान खोलते और बंद करते समय अपने आराध्य देव और माँ लक्ष्मी को जरुर नमन करे |
4) दुकान में टीवी या कंप्यूटर के लिए दक्षिणपूर्व दिशा सबसे शुभ बताई गयी है |
5) दुकान में पूजा की जगह ईशान कोन में ही रखे जो उतर पूर्वी जगह है |
6) अग्नि से जुडी हुए यन्त्र जैसे इन्वर्टर , बैटरी आग्नेय कोन में ही रखे तो शुभ होगा |
7) धन के देवता कुबेर की दिशा उत्तर बताई गयी है अत: दुकान या व्यवसाय में बड़े सौदों के लिए उत्तर दिशा में मुख करके ही फैसले ले |
8) कभी भी पैसे रखने वाले गल्ले के पैर ना लगाये और ना ही झूठे और गंदे हाथ लगाये |
9) दुकान के मालिक और काम करने वाले कर्मचारियों को पश्चिम या दक्षिण की तरफ मुख करके नही बैठना चाहिए |
10) दुकान के ठीक सामने बिजली का खम्बा , पेड़ या गन्दा नाला ना हो , यह वास्तु के हिसाब से और दुकान की प्रतिष्ठा के हिसाब से भी गलत होता है |
11) दूकान खोलते और बंद करते समय उधारी ना दे और साथ ही पहले ग्राहक को भी खाली ना जाने दे .
12) दूकान में कभी भी पीठ दिखाते हुए ना बैठे , यह अपसगुन माना जाता है .
13) दुकान में तोलने की चीजो , गल्ले को कभी पैर ना लगाये और ना ही कभी दूकान में ताश या कोई दूसरा गेम खेले .
13) दुकान के भी ईशान दिशा में मंदिर और उत्तर पूर्वी दिशा में पीने का पानी रखना चाहिए . या ईशान दिशा में यदि आप मछली पालने के लिए एक्वेरियम रखेंगे तो बहुत शुभ होगा .
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