शौचालय और स्नान घर के लिए वास्तु टिप्स
Vastu Tips For Bathroom and Toilet in Hindi
वास्तु शास्त्र के अनुसार शौचालय और स्नानगृह में सबसे ज्यादा नकारात्मक शक्तियों का वास होता है | हमें इन दोनों जगह के लिए वास्तु टिप्स जरुर काम में लेनी चाहिए | यदि घर के शौचालय में वास्तु दोष है तो इसका प्रभाव घर के सभी सदस्यों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है |
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शौचालय और स्नान गृह से जुड़े वास्तु टिप्स
>> बाथरूम और नहाने के घर को जब आप काम में ना ले तब इसे बंद रखे | इसकी दुर्गन्ध को घर में नही आने दे |
>> जितनी बदबू उस जगह से आएगी , उतनी ही नकारात्मक शक्तियां आप पर हावी होगी |
>> शौचालय और स्नान घर को साफ़ रखे | उसमे सुगंधित चीजो का प्रयोग करे |
>> घर के मंदिर और रसोई से बाथरूम और स्नान घर जुड़ा हुआ नही होना चाहिए |
>> शौचालय में गन्दी हवा बाहर फैकने के लिए फैन लगाये |
>> शौचालय में आप एक पात्र में थोडा नमक भर कर रखे और हर 7 दिन से इस नमक को डस्टबिन में डालकर बदलते रहे . यह नमक का पात्र भी बाथरूम की नकारात्मकता को खीचकर खुद में समाहित कर लेता है .
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>> वास्तु शास्त्र कहता है की घर के पूर्व में स्नान घर और दक्षिण पश्चिम में शौचालय होना चाहिए |
>> इन दोनों जगह में ऐसा कोई नल नही हो , जिससे टपक टपक पानी लगातार गिरता हो | यदि ऐसा कोई नल है तो उसे बदला ले |
>> वास्तु शास्त्र के अनुसार आज कल कमरे में ही बन रहे बाथरूम वास्तु दोषों से युक्त है |
>> शौचालय में मल त्याग के समय आपका मुंह पूर्व दिशा की तरफ नही होना चाहिए | पूर्व सूर्य की दिशा मानी गयी है |
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