साई ने दीपक जलाने के लिए किया जल का तेल में परिवर्तन
Sai Covert Water to Oil to Lighten the Diyas .
क्या आप पानी से दीपक जला सकते है ? नही ना , पर साई नाथ ने यह चमत्कार करके दिखाया था . उन्होंने पानी से दीपक जलाये .
बाबा को प्रकाश से बड़ा अनुराग था ,वह प्रकाश जो अंधकार को दूर करे । इसके लिए वे नित्य जीर्ण शीर्ण द्वारकामाई में दीपक जलाते और वे संध्या समय दुकानदारों से भिक्षा में तेल मांग लेते थे तथा दीपमालाओं से मस्जिद को सजाकर, रात्रिभर दीपक जलाया करते थे ।
दीपकों के बीच शिर्डी में द्वारकामाई चाँद की तरह रोशन रहती थी , टूटी फूटी होने के बाद भी वो बहुत ही मनोहर लगती थी . सम्पूर्ण शिर्डी काली रात तो द्वारकामाई पूर्णिमा के चाँद की तरह जगमगाती थी .
साई बाबा और बैज्जा बाई का रिश्ता
भारत में प्रसिद्ध साई बाबा के मंदिर कौनसे है
जैसा ही आप जानते है कि बाबा से कई बड़े लोग इर्षा रखते थे .
उन्होंने साई बाबा को निचा दिखाने के लिए एक विशेष दिन दिवाली का चुना . दिवाली जो की प्रकाश और दीपक जलाने की रात्रि होती है .
वे मंदबुद्धि के लोगो की कोशिश थी कि इस दिवाली में द्वारकामाई अँधेरे में डूबी रहे . साई बाबा को भिक्षा में कोई तेल ना दे .
इस बात से अपरिचित साई बाबा नित्य की तरह इस बार की दुकान वालो से तेल मांगने निकल गये .
हर दुकानदार ने उन्हें तेल देने से मना कर दिया . दिवाली की संध्या का समय हो चूका था . हर घर में दीपक प्रज्ज्वलित होने लगे पर द्वारकामाई आज अँधेरे में डूबी हुई थी .
साई समझ चुके थे कि किस साजिस के कारण आज लोगो ने उन्हें दीपावली के पावन दिन तेल देने से मना कर दिया .
पुरे शिर्डी में आज इस बात को लेकर संशय बना हुआ था कि साई अब क्या करेंगे .
साई बाबा भी अपने खाली पात्र को लेकर फिर से मस्जिद में आ गये .
मस्जिद के बाहर लोगो की भीड़ जमा हो गयी , उन्हें अन्दर डर भी सता रहा था कि साईं बाबा अब क्या करेंगे .
साई बाबा ने तब टमरेल को उठाया, जिसमें थोड़ा सा तेल था . फिर उन्होंने उसमें पानी मिलाया और वह तेल-मिश्रित जल वे पी गये . फिर उन्होंने फिर से अपने पेट से वो पूरा पानी निकाला और उस पानी में सारी सूखी बत्तियाँ भिगो दी |.
लोगो को यह सब मजाक लग रहा था कि भला पानी से भी कोई दीपक जल सकता है क्या ?
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पर साईं ने सभी दीपकों को उस पानी से भर दिया और फिर उसे जलाने लगे .
यह तो चमत्कार था की पानी भी तेल की भांति दीपकों को प्रजव्लित कर रहा था . शिर्डी वासियों ने जब जलते दीपक देखे तो वे अपने बाबा से क्षमा-याचना की .
इस तरह बाबा ने सबके सामने पानी से दीपक जलाये .
तो दोस्तों इस तरह आपने जाना कि कैसे साई बाबा ने जलाये पानी से दीपक - How Sai Baba Lighten Lamp With Water .
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