दास गणु को कराये गंगा दर्शन 

साई जी के चमत्कारी की माला में इतने मनके है कि उन्हें गिनना मुश्किल है . जैसे हम अनंत सागर को नही जान सकते , अनंत ब्रहमांड को नही देख सकते , उसी तरह सूर्य रूपी साई की महिमा का भी पूरा पान नही कर सकते है . 

साई सत्चरित्र में साई नाथ जी की कुछ महिमा बताई गयी है जिसमे से एक किस्सा है दास गणु महाराज और गंगा दर्शन कराने का . वो भी साई कृपा से शिरडी गाँव में . 

sai baba bhakt das ganu maharaj in shirdi

उत्तर प्रदेश में सरस्वती , गंगा और यमुना नदियों के पवित्र संगम पर प्रयाग एक प्रसिद्ध  पवित्र तीर्थस्थान है । शास्त्रों में बताया गया है कि इस स्थान पर स्नान करने से मनुष्य पापो से मुक्त हो जाता है । इसी कारण प्रत्येक पर्व पर हजारो भक्तगण वहाँ जाते है और स्नान का लाभ उठाते है ।

साई ने प्रकट की गंगा 

साई सत्चरित्र के अध्याय 4 में वि प्रसंग बताया गया है कि जिसमे साई ने शिर्डी में ही गंगा यमुना का पवित्र जल प्रकट किया था . 

एक बार साई भक्त दासगणू ने भी उत्तर प्रदेश के पवित्र तीर्थ प्रयाग जाकर स्नान करने का निश्चय किया । इस विचार से वे बाबा से आज्ञा लेने उनके पास गये । बाबा ने कहा कि इतनी दूर व्यर्थ भटकने की क्या आवश्यता है । अपना प्रयाग तो यहीं है । मुझ पर विश्वास करो । मैं तुम्हारे लिए अभी इसी स्थान पर वो पवित्र जल प्रकट कर दूंगा |

यह बात सुनकर दासगणू ने पूरी श्रद्धा भाव से बाबा के चरणों में अपना शीश झुका दिया | तो बाबा के श्री चरणों से पवित्र जल की धारा वेग से प्रवाहित होने लगी । यह चमत्कार देखकर दासगणू का प्रेम और भक्ति उमड़ पड़ी । आँखों से अश्रुओं की धारा बहने लगी ।

sai show holy water in his feet

यह साई का चमत्कार आग की तरह शिर्डी और आस पास के स्थानों पर फ़ैल गया |

इस तरह साई ने गंगा यमुना   रूपी जल को शिर्डी में ही प्रकट कर सभी को यही पाठ पढाया कि मन चंगा तो कसौटी में गंगा .

चमत्कारी साई बाबा से प्रभावित होकर दास गणु ने साई के लिए बहुत सी कविताये लिखी जिसमे से एक है साई रहम नजर करना . 

दास गणु ने लिखी कविता - साई रहम नजर करना 

साईं रहम नजर करना 

बच्चो का पालन करना,

जाना तुमने जगत पसारा 2 

सब ही झूठ ज़माना 3

साईं रहम नजर करना ....

मैं अँधा हूँ  बन्दा आप का 

मुझको प्रभु दिखलाना ,

मैं अँधा हु बंदा आपका 

मुझको चरण दिखलाना,

साईं रहम नजर करना ....बच्चो का पालन करना,

दास गनु कहे अब क्या बोलू 

थक गई मेरी रसना,

साईं रहम नजर करना ....

बच्चो का पालन करना,


रहम नजरो करो अब मोहे साई 

तुम बिन नही मोहे माँ बाप भाई 

रहम नजरो करो 

मैं अँधा हूँ , बंदा तुम्हारा 

मैं अँधा हूँ , बंदा तुम्हारा 

मैं ना जानू , मैं ना जानू 

अल्लाह इलाही 

रहम नजरो करो अब मोहे साई 

तुम बिन नही मोहे माँ बाप भाई 

खाली जमाना मैंने गवाया 

साथी आखिर क्या 

साथी आखिर क्या 

किया ना कोई 

रहम नजरो करो अब मोहे साई 

तुम बिन नही मोहे माँ बाप भाई 

अपने मस्जिद का झाड़ू गणु है 

अपने मस्जिद का झाड़ू गणु है 

मालिक हमारे , मालिक हमारे 

तुम बाबा साईं 

रहम नजरो करो अब मोहे साई 

तुम बिन नही मोहे माँ बाप भाई 

Video Bhajan Sai Raham Najar Karna 

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