साईं सत्चरित्र का रख रखाव
बाबा साई के चरित्र और लीलाओ को बताने वाली साई की सबसे बड़ी पुस्तक साई सत चरित्र हर साई भक्त के घर पर होनी चाहिए . इस पुस्तक को पढने से साई जी कृपा प्राप्त होती है .
साई भक्तो के लिए यह किसी पुराण से कम नही है . जिस घर में यह हो , वहा इसकी पवित्रता और रख रखाव का विशेष ध्यान रखे . इसे लाल रंग के कपड़े से ढक कर रखे .
जब भी इसे पढना हो , खुद को शुद्ध करके ही इसका पाठ करे .
ऐसा माना जाता है है हर साईं भक्त के पास श्री साईं सत्चरित्र की किताब या ऑडियो संस्करण होना चाहिए और उस साईं सत्चरित्र का पाने के कुछ नियमो से करना चाहिए .
साईं सत्चरित्र के लिए कुछ नियम और कर्तव्य इस तरह है .
साई सत्चरित्र में रखे विशेष बातो का ध्यान
1) श्री साईं सत्चरित्र किताब को प्राप्त करे और अच्छे से उस पर कवर चदाये हो सके तो उस पर लाल कपडा लगाये .
2) इस साईं सत्चरित्र को अपने घर के मंदिर में बाबा साईं की फोटो या मूर्ति के पास रखे .
3) श्री साईं सत्चरित्र को अच्छे से मन लगा के कम से कम १५ मिनिट जरुर पड़े और उसमे से श्री साईं बाबा के प्रति ज्ञान प्राप्त करे .
4) रात्रि में सोने से पहले साईं बाबा की सत्चरित्र में से कुछ लाइन्स जरुर पड़े जिससे सोते वक़्त साईं बाबा आपकी अंतिम याद में रहे.
5) यदि साईं सत्चरित्र को पड़ते वक़्त बाबा साईं की मूरत या फोटो देख सके तो यह सबसे अच्छा होगा.
6) श्री साईं सत्चरित्र किताब को हो सके तो अन्य साईं भक्तो तक पहुचाये जिससे की साई की लीलाओ और शिक्षा का प्रकाश सभी भक्तो तक पहुंचे .
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